मुर्रा भैंस भारत में पशुपालकों की पहली पसंद है. इसे देल्ही, कुंडी और काली के नाम से भी जाना जाता है. यह भैंस अन्य भैंसों की अपेक्षा ज्यादा फैट का दूध देती है. आज मुर्रा भैंस केवल भारत में ही नहीं बल्कि बल्गुरिया, वियतनाम आदि देशों में भी पाई जाती है. कीमत के मामले में यह भैंस 50000 रुपये से लेकर 150000 रुपये तक में मिलती है. भारत में यह भैंस प्रमुख रूप से दिल्ली और हरियाणा के हिसार,रोहतक, गुडगांव और जींद में पाई जाती है. भारत में वर्ष 2013 की पशु जनगणना के अनुसार मुर्रा भैंस की संख्या 11686198 थी.
मुर्रा भैंस की विशेषताएं और पहचान
मुर्रा भैंस लोगों की पहली पसंद होने के चलते इसे खरीदने को लेकर लोगों में खासा क्रेज देखने को मिल जाता है. ऐसे में आइए इस भैंस की पहचान और विशेषताएं जानते हैं-
- इस भैंस का पालन मुख्य रूप से दूध और मांस के लिए किया जाता है.
- नर मुर्रा का उपयोग प्रजनन के लिए किया जाता है एवं इनके सीमन को कृत्रिम गर्भाधान के लिए संरक्षित किया जाता है.
- यह जेट ब्लैक रंग की होती है.
- सींगो का आकार चपटा और घुमावदार होता है.
- इसमें नर मुर्रा की ऊंचाई 140 cm से 145cm तक होती है.
- मादा मुर्रा की ऊंचाई 130 cm से 135 cm तक होती है.
- लम्बाई में नर और मादा दोनों ही लगभग एक समान होते हैं.
- इनकी लम्बाई 145 cm से 150 cm तक हो सकती है.
- नर मुर्रा का वजन 550 से 600 Kg और मादा मुर्रा का वजन 500 से 550 Kg तक होता है.
- जन्म के समय नर और मादा बच्चे का वजन 30 से 35 kg के मध्य होता है.
- इसमें पहली ब्यात कम से कम 39.9 माह और ज्यादा से ज्यादा 54.2 माह में होता है.
- एक भैंस अपने औसतन जीवन काल में लगभग 1800 लीटर दूध देती है.
- एक भैंस एक ब्यांत में न्यूनतम 1003 लीटर और अधिकतम 2057 लीटर तक दूध देती है.