Krishi Yantra Yojana: रोटावेटर और मल्टी क्रॉप थ्रेशर समेत इन 6 कृषि यंत्रों पर मिल रहा 50% तक अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ Dudharu Pashu Bima Yojana: दुधारू पशुओं का होगा बीमा, पशुपालकों को मिलेगी 75% सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया! PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 4 October, 2023 12:00 AM IST
बन्नी नस्ल की भैंस

Bunny Buffalo Dairy Farming: बन्नी नस्ल की भैंस गुजरात राज्य में पाई जाती है. गुजरात राज्य के कच्छ जिले ज्यादा पाई जाने के कारण इसे कच्छी भी कहा जाता है. अगर हम इस भैंस के दूसरे नाम ‘बन्नी’ की बात करें तो यह गुजरात राज्य के कच्छ जिले की एक चरवाहा जनजाति के नाम पर है. इस जनजाति को मालधारी जनजाति भी कहा जाता है. यह भैंस इस समुदाय की रीढ़ भी कही जाती है. बाज़ार में इस भैंस की कीमत 50 हजार से 1 लाख रुपये तक है. अगर इस भैंस की उत्पत्ति की बात करें तो यह भैंस पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की नस्ल मानी जाती है. मालधारी नस्ल की यह भैंस पिछले 500 वर्षों से इस प्रान्त की मालधारी जनजाति या यहां शासन करने वाले लोगों के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण पशुधन के रूप में थी. पाकिस्तान में अब इस भूमि को बन्नी भूमि के नाम से जाना जाता है.

भारत में वर्ष 2010 में इसे भैंसों की ग्यारहवीं अलग नस्ल का दर्जा प्राप्त हुआ. इनकी शारीरिक विशेषताएं या दुग्ध उत्पादन की क्षमता भी अन्य भैंसों की तुलना में काफी अलग होती है. अगर आप इस भैंस की पहचान करना चाहते हैं तो आपको निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए.

यह भी पढ़ें- पशुपालकों के लिए 'काला सोना' है मुर्रा भैंस, एक ब्यांत में देती है 2100 लीटर तक दूध, जानें पहचान और विशेषताएं

बन्नी भैंस की पहचान और विशेषताएं

  • इसका शरीर कॉम्पैक्ट, पच्चर आकर का होता है.
  • शरीर की लम्बाई 150 से 160 सेंटीमीटर तक हो होती है.
  • इसकी पूंछ की लम्बाई 85 से 90 सेमी तक होती है.
  • नर बन्नी भैंसा का वजन 525-562 किलोग्राम तक होता है
  • मादा बन्नी भैंस का वजन 475-575 किलोग्राम तक होता है.
  • यह भैंस काले रंग की होती है, लेकिन 5% तक भूरा रंग शामिल हो सकता है.
  • निचले पैरों, माथे और पूंछ में सफ़ेद धब्बे होते हैं.
  • बन्नी मादा भैंस के सींग ऊर्ध्वाधर दिशा में मुड़े हुए होते साथ ही कुछ प्रतिशत उलटे दोहरे गोलाई में होते हैं.
  • नर बन्नी के सींग 70 प्रतिशत तक उल्टे एकल गोलाई में होते हैं.
  • बन्नी भैंस औसतन 6000 लीटर वार्षिक दूध का उत्पादन करती है. वहीं
  • यह प्रतिदिन 10 से 18 लीटर दूध का उत्पादन करती है.
  • बन्नी भैंस साल में 290 से 295 दिनों तक दूध देती है.

बन्नी भैंस की कीमत

दूध उत्पादन क्षमता के लिए पशुपालकों में मशहूर बन्नी भैंस की ज्यादा कीमत के कारण भी बहुत सारे पशुपालक इसे खरीद नहीं पाते हैं। आपको बता दें एक बन्नी भैंस की कीमत 1 लाख रुपए से 3 लाख रुपए तक हो सकती है।

English Summary: banni buffalo dairy farming banni bhains pahchan banni buffalo price banni buffalo milk per day and price
Published on: 04 October 2023, 10:23 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now