सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 June, 2020 12:00 AM IST

बिहार के पटना के औरंगाबाद जिले में किसानों के लिए वन विभाग द्वारा एक बड़ी खुशखबरी दी गई है. दरअसल, विभाग किसानों को मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना (Mukhyamantri krishi vaniki yojana) से जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाना चाहता है. इस योजना के तहत किसान अपनी जमीन पर पौधे उगा सकते हैं और अच्ची आमदनी कमा सकते हैं. इस योजना को जल जीवन हरियाली योजना के तहत संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण, वन और जलवायु को सुरक्षित रखना है. ऐसे में विभाग मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना योजना के जरिए ही किसानों की आमदनी बढ़ाना चाहता है.

क्या है कृषि वानिकी योजना

इस योजना के तहत हरियाली पर जोर दिया जाएगा, साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाई जाएगी. इसके लिए किसानों को वन विभाग से पौधा खरीदना होगा. इसके बाद उन पौधों को अपनी जमीन पर लगाकर लगभग 3 साल तक उनकी देखभाल करनी होगी. इसके लिए किसानों को कृषि वानिकी योजना के तहत अनुदान के तौर पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.

ये खबर भी पढ़े: PMFBY: किसान 31 जुलाई से पहले करा लें खरीफ फसलों का बीमा, ऐसे मिलेगा लाभ

100 पौधों के लिए करना होगा आवेदन

इस योजना के तहत किसानों को कम से कम 100 पौधों को खरीदना आनिवार्य है. खास बात है कि किसान अपनी इच्छानुसार कोई सा भी पौधा खरीद सकता है. बता दें कि जिले के नर्सरी में फलदार, फूलदार, इमारती लकड़ी वाले पौधे अधिक पाए जाते हैं. एक बार किसान ने वन विभाग से पौधे खरीद लिए, तो उन पर किसानों का ही मालिकाना हक रहेगा.

पौधे को 3 साल तक रखना होगा सुरक्षित

अगर किसान वन विभाग से खरीदे गए पौधे में से 50 प्रतिशत पौधों को 3 साल तक सुरक्षित रखते हैं, तो इसके लिए किसानों को प्रति पौधा 60 रुपए की दर से अनुदान राशि दी जाएगी. इसके अलावा पौधे खरीद में जमा किए गए 10 रुपए जोड़कर किसानों के खाते में कुल 70 रुपए भेजे जाएंगे. बता दें कि इससे पहले किसानों को प्रोत्साहन राशि के तौर पर केलव 35 रुपए दिए जाते थे.

30 जून तक करें आवेदन

अगर कोई किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहता है, तो वह वन विभाग में आने वाली 30 जून तक आवेदन जमा कर सकते हैं. बता दें कि पहले इस योजना के लिए आवेदन की तारीख 1  जून तय की गई थी, लेकिन लॉकडाउन लगने की वजह से इसस तारीख को आगे बढ़ा दिया गया.

ये खबर भी पढ़े: काले गेहूं की खेती ने बदली किसान की किस्मत, 20 बीघा खेत से हो रहा है लाखों रुपए का मुनाफा

English Summary: Under the Mukhyamantri krishi vaniki scheme of Bihar government, you can earn money by growing plants
Published on: 15 June 2020, 01:54 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now