रैतु भरोसा योजना के तहत, राज्य के किसानों को वित्तीय सहायता दी जाएगी. जिसमें इसके पात्र किसानों की सूची बनाई जाएगी और इस योजना के अनुसार उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी. वाईएस जगनमोहन रेड्डी की अगुवाई वाली वाईएसआरसीपी सरकार ने रैतु भरोसा योजना की राशि 12,500 रुपये से बढ़ाकर 13,500 रुपये वार्षिक करने का फैसला किया है और इसे 4 साल के बजाय 5 साल के लिए लागू किया जायेगा है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री आज नेल्लोर में अपनी सरकारी फ्लैगशिप योजना की शुरुआत करेंगे. रैतु भरोसा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए नौ वादों में से एक योजना है. इस योजना के तहत, किसानों को तीन किस्तों में राशि वितरित की जाएगी. पहली किस्त, 7,500 रुपये, मई के महीने में लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा किए जाएंगे, 4000 रुपये की दूसरी किस्त, अक्टूबर में खातों में स्थानांतरित की जाएगी और तीसरी 2,000 रुपये की आखिरी किस्त होगी जोकि जनवरी के महीने में दिया.
इस वाईएसआर रैतु भरोसा योजना से 54 लाख किसानों को लाभ प्राप्त होगा. इसमें एक संयुक्त नाम यानि वाईएसआर भरोसा और पीएम किसान योजना होगी. सरकार ने योजना के चुने हुए प्रतिनिधियों के शीर्ष तीन स्तरों को भी रखा है, जिससे सभी सांसद और विधायक इसका लाभ उठाने के लिए अयोग्य हो गए हैं. यह योजना सरपंच, जिला और मंडल परिषद और गांव पर लागू नहीं है.
लगभग 1.37 लाख किसान ऐसे हैं जो रैतु भरोसा योजना के लिए पात्र हैं, लेकिन दुर्भाग्य से जीवित नहीं हैं इसलिए राज्य सरकार ने योजना का लाभ उनकी पत्नी या रिश्तेदारों तक पहुंचाने का फैसला किया है. कन्ना बाबू, राज्य के कृषि मंत्री ने कहा कि यह किरायेदार किसानों पर भी लागू होगा. राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 5,500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है.