Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 18 March, 2020 12:00 AM IST
Government Scheme

देश में स्थित हर प्रदेश की सरकार चाहती है कि प्रदेश के सभी व्यक्ति की आय दोगुनी हो. फिर वह चाहे मजदूर, कारोबारी, किसान, सरकारी कर्मचारी, किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो. ऐसा कहा जाता है कि प्रदेश की जनता खुश होगी तो प्रदेश भी खुशहाल होगा.

हरियाणा को और खुशहाल करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने एक योजना शुरू की है. इस योजना का नाम मेरी फसल-मेरा ब्यौरा (Meri Fasal  Mera Byora) है. यह योजना प्रदेश के किसानों के लिए है. मौजूद जानकारी के मुताबिक इस योजना में 5.5 लाख किसान जुड़ चुके हैं.

बता दें कि इस स्कीम में प्रदेश का कोई भी किसान जुड़ सकता है. किसान जुड़ने के लिए https://fasalhry.in/farmerRegistrations/farmerRegistrations  लिंक पर विजिट कर आवेदन करें. 

इस योजना से जुड़ने के बाद किसान अपनी फसल सरकारी रेट पर आसानी से बेच सकता है, साथ ही आपदाओं के कारण फसल क्षति का मुआवजा भी  पा सकता है.

इतना ही नहीं, किसान खाद, बीज, कर्ज एवं कृषि उपकरणों की सब्सिडी आसानी से ले सकता है. सुप्रीम कोर्ट के अनुसार प्रदेश में पराली जलाना मना है. इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार पराली न जलाने वाले किसानों को भी सम्मान राशि देती है. इसके लिए भी किसान को यहीं आवेदन करना होगा.

यह खबर भी पढ़ें : करनाल धान उगाने में अव्वल है तो प्रदूषण फैलाने में भी अव्वल है...

रजिस्ट्रेशन के लिए क्या है जरूरी (What is required for registration)

  • आधार कार्ड के साथ मोबाइल नंबर जरूरी है. क्योंकि फसल से संबंधित जानकारी इसी पर एसएमएस से मिलेगी.

  • जमीन की जानकारी के लिए रेवेन्यू रिकॉर्ड के नकल की कॉपी, खसरा नंबर देख कर भरना जरूरी होगा.

English Summary: Registration on Meri Fasal Mera Byora details will benefit all government schemes
Published on: 18 March 2020, 12:53 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now