Subsidy for irrigation Farmers: देश में जल संकट को कम करने और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार ने सूक्ष्म सिंचाई योजनाएं शुरू की हैं. इन योजनाओं के तहत "प्रति बूंद अधिक फसल"/Prati Boond Adhik Fasal की अवधारणा को बढ़ावा दिया जा रहा है. किसानों को इन योजनाओं के माध्यम से सिंचाई में जल का कुशल उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
योजना के मुख्य लाभ
- 80% तक अनुदान: सूक्ष्म सिंचाई योजना/Micro irrigation scheme के तहत किसानों को सिंचाई उपकरण खरीदने पर 80% तक अनुदान प्रदान किया जाता है.
- जल की बचत: हर बूंद जल का कुशल उपयोग सुनिश्चित कर फसलों की उपज बढ़ाई जा सकती है.
- कंपनी का चयन: किसान आवेदन करते समय अपनी पसंद की कंपनी का चयन कर सकते हैं.
सूक्ष्म सिंचाई से लाभ
- जल की बचत के साथ-साथ फसल की उपज में वृद्धि होती है.
- किसानों की लागत घटती है और मुनाफा बढ़ता है.
- यह तकनीक भूमि की उर्वरता को बनाए रखते हुए खेती को आधुनिक और टिकाऊ बनाती है.
सावधानियां
- उपकरण की स्थापना के बाद ही OTP किसी को साझा करें.
- आवेदन करते समय सही जानकारी और अपनी पसंद की कंपनी का चयन करें.
- रेफरेंस नंबर को सुरक्षित रखें, क्योंकि यह योजना का लाभ उठाने के लिए जरूरी है.
आवेदन प्रक्रिया
- किसान उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
- आवेदन के लिए "pmksy" लिंक पर क्लिक करें और फॉर्म भरें.
- आवेदन के बाद किसानों को एक रेफरेंस नंबर मिलेगा, जिसे उन्हें सुरक्षित रखना होगा.
- सूक्ष्म सिंचाई उपकरण की स्थापना के बाद किसान अपने मोबाइल पर प्राप्त OTP से संतुष्टि दर्ज कर सकते हैं.
अधिक जानकारी के लिए
किसान योजना से संबंधित अधिक जानकारी और दिशानिर्देश प्राप्त करने के लिए विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं. सूक्ष्म सिंचाई योजनाएं किसानों को सशक्त बनाने और कृषि को समृद्ध बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं. हर किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी खेती को लाभकारी बना सकता है.