पैसे के अभाव में किसानों को खेती करने में कई तरह की समस्याएं आती हैं. कई बार मशीनों, खादों या सिंचाई-संसाधनों आदि के अभाव में ही अच्छी फसल आगे चलकर खराब हो जाती है. खेती करते समय किसानों को पैसों की समस्या न आए, इसके लिए राज्य व केंद्र सरकार, दोनों ही योजनाएं लाती रहती हैं. इसी क्रम में किसानों को अब किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया गया है.
बता दें कि अभी पिछले महीने ही पीएम किसान निधि के लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड सौंपे गए थे. योजना के तहत बिना किसी गारंटी के किसानों को 1 लाख 60 हजार रुपये तक का लोन दिए जाने की घोषणा की थी.
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड एक ऐसा कार्ड है जिसके जरिए 3 लाख रुपये तक का कर्जा किसान ले सकते हैं. ये कर्ज 7 प्रतिशत की दर से मिलता है. यह सेवा 10 फरवरी, 2020 से शुरू हो चुकी है.
3 परसेंट ब्याज दर पर लोन
तय नियम के मुताबिक अगर किसान समय पर लोन चुका देता है तो ब्याज की दर को 3 परसेंट कर दिया जाएगा. हालांकि देर से पेमेंट करने पर बैंक 7 परसेंट ब्याज की वसूली कर सकता है. इसके अवावा क्रेडिट कार्ड से रकम लेने वाले किसानों को मुफ्त में फसल बीमा भी मिलेगा.
मिल रही है खास सुविधा
जिन किसानों के पास पहले से किसान क्रेडिट कार्ड है, वो अपनी लिमिट बढ़वा सकते हैं. वहीं अगर क्रेडिट कार्ड निष्क्रिय है, तो किसान अपनी बैंक शाखा में जाकर उन्हें सक्रिय भी करवा सकते हैं.
हरियाणा में पशुओं के लिए भी क्रेडिट कार्ड की योजना
किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर हरियाणा में किसानों को पशुपालन के लिए कर्ज दिया जा रहा है. इसके मद्देनज़र प्रदेश के युवाओं को बागवानी एवं पशुपालन में कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिये जाने की योजना है.