राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 के विजेताओं की घोषणा, राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के मौके पर मिलेगा अवार्ड आयस्टर v/s बटन: जानें स्वाद, पोषण और उत्पादन की तुलना से कौन-सा मशरूम है सबसे ज्यादा फायदेमंद? IMD Update: देश के इन 3 राज्यों में आज बहुत भारी बारिश का अलर्ट, हिमाचल प्रदेश में छाया रहेगा घना कोहरा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 January, 2023 12:00 AM IST
बिहार के मछली पालकों के लिए खुशखबरी

मौसम की मार किसानों की फसलों पर भी पड़ती है. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार द्वारा फसल की मार पड़ने पर किसानों के लिए मुआवजा योजना चलाई जाती है. लेकिन जरा सोचिए की मछली पालने वाले किसानों यानी की मछुवारों का क्या होता होगा. उनके नुकसान की भरपाई कैसे होती होगी. क्योंकि मौसम की मार सिर्फ खेती करने वाले किसानों पर नहीं बल्कि मछुआरों पर भी पड़ता है. इसलिए बिहार राज्य के मछुआरों को राज्य सरकार नुकसान होने पर मुआवजा राशि प्रदान करती है.

बिहार के मुछआरों को मिलता है मुआवजा राशि

बिहार सरकार गरीबी रेखा के नीचे जीवन बसर करने वाले मुछआरों के लिए मुआवजा योजना चला रही है. क्योंकि प्राकृति आपदाओं का बुरा प्रभाव ना सिर्फ खेती-किसानी बल्कि मछलीपालन पर भी पड़ता है.

ऐसे में अब राज्य सरकार नदी में मछलियों का शिकार करने वाले मछुआरों को प्रतिबंधित महीने (जून से अगस्त) में 1500-1500 रुपए किस्त के हिसाब से सालाना 4500 रुपए की मदद करने जा रही है. इस राशि से मछुआरा अपने नुकसान की भरपाई कर सकेंगे. ये मदद राज्य सरकार (Bihar Government) मछुआरों को राहत-सह-बचत योजना के तहत कर रही है.

ये भी पढ़ें- मछली पालन में जरूरी है जाल चलाना, जानिए इसके लाभ और प्रक्रिया

राहत सह बचत योजना क्या है?

बिहार के मछुआरों के लिए राज्य सरकार ने राहत सह बचत योजना की शुरुआत की है. इस योजना का उद्देश्य मछुआरों को प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान से राहत पहुंचाना है. ऐसे में सरकार ने इस योजना का लाभ लेने वाले इच्छुक गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले मछुवारों से आवेदन मांगे हैं.

मछुआरें ऐसे लें योजना का लाभ

अगर आप बिहार में रहते हैं और गरीबी रेखा ने नीचे जीवन बसर करने वाले मुछआरे हैं तो आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आप बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट Fishries.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन की अंतिम तारीख 31 जनवरी, 2023 तय की गई हैं.

योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी पात्रता

बिहार का निवासी होना चाहिए और गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करता हो.

जो मछुआरे नदियों में पूर्णकालिक शिकारमाही करते हैंउन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा.

मछुआरे की उम्र 18 से 60 साल के बीच होना चाहिए.

मछुआरे के पास जिला मत्स्य पदाधिकारी या सह मुख्य कार्यपालक अधिकारिक द्वारा अप्रूव्ड नि:शुल्क मतस्य शिकारमाही प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है.

मछुआरे के पास मत्स्य जीवी सहयोग समितिनिबंधित फेडरेशननिबंधित वेलफेयर सोसाइटी समूह की सदस्यता होनी चाहिये.

English Summary: Fishermen will get compensation of Rs 4500 for loss, apply online like this
Published on: 05 January 2023, 05:26 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now