किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ खुशखबरी! अब राज्य सरकार इन 2 कृषि यंत्रों को खरीदने पर दे रही 80% अनुदान, जानिए कैसे उठाएं लाभ Farming Tips: मई महीने में किसान करें ये जरूरी कृषि कार्य, बढ़ेगा उत्पादन होगा मोटा मुनाफा Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 28 April, 2025 12:00 AM IST
स्ट्रा रीपर मशीन पर सब्सिडी (सांकेतिक तस्वीर)

बिहार सरकार किसानों के हित में एक खुशखबरी दी है. अब से राज्य के किसान फसल अवशेष प्रबंधन के लिए स्ट्रा रीपर और स्ट्रा बेलर जैसे आधुनिक कृषि यंत्र अनुदान पर खरीद सकते हैं. इसका मुख्य उद्देश्य खेतों में पुआल या फसल अवशेष जलाने की परंपरा को रोकना और मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखना है. राज्य सरकार किसानों को स्ट्रा रीपर, स्ट्रा बेलर और स्क्वायर बेलर पर अलग-अलग श्रेणी के अनुसार 40% से 80% तक अनुदान दे रही है. इस योजना का लाभ उठाकर किसान न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी बना सकते हैं.

कृषि विभाग, बिहार सरकार ने राज्य के किसानों के लिए एक संदेश भी जारी किया है. "पुआल/खुंटी कूड़ा नहीं, खेती का गहना है. इसे मिट्टी में मिलाना है, कभी नहीं जलाना है. यह अवशेष नहीं, विशेष है." आइए जानते हैं कि राज्य सरकार की इस पहल के बारे में...

स्ट्रा रीपर का उपयोग और लाभ

स्ट्रा रीपर मशीन का उपयोग कम्बाईन हार्वेस्टर से फसल कटाई के बाद खेत में बचे खड़े फसल अवशेष (स्ट्रा) को काटकर भूसा बनाने में किया जाता है. यह मशीन भूसे को ट्रॉली में इकट्ठा करती है. साथ ही, खेत में छूटे हुए बाली से अनाज निकालकर अलग से संग्रहित करती है, जिससे किसानों को अतिरिक्त लाभ भी मिलता है. इस यंत्र के प्रयोग से खेत की सफाई कुशलता से होती है और अवशेष प्रबंधन में भी मदद मिलती है.

स्ट्रा बेलर मशीन (Image Source: Freepik)

स्ट्रा बेलर का उपयोग और लाभ

स्ट्रा बेलर मशीन फसल कटाई के बाद खेत में बचे अवशेषों को इकट्ठा कर बेल (गट्ठर) के रूप में बांधती है. इस बेल को किसान कम जगह में आसानी से संग्रह कर सकते हैं. यह मवेशियों के चारे और औद्योगिक इकाइयों के लिए भी उपयोगी है. इससे फसल अवशेषों का प्रभावी प्रबंधन संभव होता है.

अनुदान का लाभ उठाएं

  • स्ट्रा रीपर/ Straw Reaper :
    • सामान्य श्रेणी के किसानों को 40% (अधिकतम ₹1,20,000) अनुदान.
    • अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों को 50% (अधिकतम ₹1,50,000) अनुदान.
  • स्ट्रा बेलर/ Straw Baler :
    • सामान्य श्रेणी के लिए 40% (अधिकतम ₹2,25,000) अनुदान.
    • अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 50% (अधिकतम ₹5,28,000) अनुदान.
  • स्क्वायर/रेक्टेंगुलर बेलर/ Square/Rectangular Baler :
    • सामान्य श्रेणी के लिए 75% (अधिकतम ₹2,25,000) तक अनुदान.
    • अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 80% (अधिकतम ₹2,50,000) तक अनुदान.

कृषि यंत्र खरीदने की प्रक्रिया

किसान इन यंत्रों को खरीदने के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट http://farmech.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. साथ ही, ये यंत्र स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर स्कीम के तहत भी उपलब्ध हैं.

ऑनलाइन आवेदन या किसी अन्य जानकारी के लिए किसान अपने प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहायक निदेशक (कृषि अभियांत्रण) या जिला कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.

English Summary: Bihar government yojana 80 percent subsidy straw reaper and baler for Farmers on agriculture machines
Published on: 28 April 2025, 11:41 IST

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