RFOI Awards 2024: नीतूबेन पटेल के सिर सजा 'रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड का ताज: कृषि उद्यमिता और प्राकृतिक खेती में अद्वितीय योगदान की मिली मान्यता RFOI Awards 2024: युवराज परिहार को MFOI अवार्ड्स 2024 में मिला ‘फ़र्स्ट रनर-अप रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया’ अवार्ड MFOI Award 2024: भारत के प्रगतिशील किसानों का भव्य सम्मान समारोह, कार्यक्रम में सैकड़ों कृषकों ने लिया भाग केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 29 March, 2023 12:00 AM IST
कृषि इनपुट अनुदान योजना

किसानों की अच्छाई के लिए केंद्र और राज्य सरकारें तमाम कदम उठाती हैं. फिर भी किसानों के सामने कई समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या बदलते मौसम का है.

मौसम की मार से बचायेगी बिहार सरकार

हर साल किसानों की फसलें मौसम की मार की वजह से बर्बाद हो जाती हैं. इस बार मार्च महीने में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. मार्च में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की हजारों एकड़ गेहूं और सरसों की फसलों को भारी पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. हालांकि फसल नुकसान को लेकर केंद्र सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाती है, जिसका लाभ लेकर किसान फसल नुकसान का मुआवजा लें सकते हैं. इसी कड़ी में बिहार सरकार राज्य के किसानों को राहत पहुंचाने के लिए कृषि इनपुट सब्सिडी योजना चलाती है. इस योजना के तहत मौसम से बर्बाद हुई फसलों के लिए अनुदान दिया जाता है.

कृषि इनपुट सब्सिडी योजना क्या है?

बिहार सरकार द्वारा राज्य के किसानों के लिए कृषि इनपुट अनुदान योजना चलाई जाती हैजिसके तहत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से फसल बर्बाद होने पर नुकसान की भरपाई की जाती है. इसके तहत असिंचित क्षेत्र के किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से फसल बर्बाद होने पर 6800 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से दिया जाता है. वहीं सिंचित क्षेत्र के किसानों को फसल बर्बाद होने पर 13500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से दिया जाता है. जबकि राज्य के बंजर क्षेत्रजहां 4 इंच तक रेत इकट्ठी होती है, वहां के किसानों को फसल नुकसान होने पर 12,200 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान का प्रावधान है.

कृषि इनपुट सब्सिडी योजना का लाभ यहां से लें किसान

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को बिहार सरकार के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन करना होगा.

ये भी पढ़ेंः कृषि इनपुट अनुदान योजना का पैसा चाहिए, तो 18 अप्रैल तक करें आवेदन

कृषि इनपुट सब्सिडी योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता

किसान बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए.

किसान के पास कम से कम 2 हेक्टेयर जमीन होनी चाहिए

किसान का बैंक खाता, आधार कार्ड से जुड़ा होना चाहिए, क्योंकि कृषि इनपुट अनुदान योजना की राशि किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है.

English Summary: Bihar Farmers will get compensation for crop loss from Agriculture Input Grant Scheme, know eligibility and application process
Published on: 29 March 2023, 06:18 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now