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Updated on: 7 September, 2023 12:00 AM IST
Cultivation of Tuberous Flowers

Cultivation of Tuberous Flowers: बिहार के किसानों के लिए कंदीय फूल की खेती करने के लिए सरकार द्वारा आर्थिक मदद की जा रही है. ताकि राज्य में फूलों की संख्या बढ़ सके और किसानों की आय में भी बढ़ोतरी हो सके.

बागवानी किसानों के लिए सरकार ने एक अहम कदम उठाया है. किसानों की आय बढ़ाने व उनकी आर्थिक रूप से सहायता करने के लिए बिहार सरकार ने कंदीय फूल की खेती (Tuberous flower cultivation) करने पर सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करा रही है.

आइए सरकार की इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं ताकि किसानों को इसका लाभ सही तरीके से मिल पाएं.

कंदीय फूल पर सब्सिडी (Subsidy on Tuberous Flowers)

मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार सरकार (Government of Bihar) की तरफ से राज्य के बागवानी किसानों को कंदीय फूल की खेती करने के लिए करीब 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है. बता दें कि सरकार की तरफ से प्रति हेक्टेयर कंदीय फूलों की खेती की लागत के लिए 15 लाख रुपए राशि तय की गई है. इसी के आधार पर सरकार किसानों को 50 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध करवाएंगी.

किसानों को मिलेंगे 50 हजार रुपए (Farmers will get 50 thousand rupees)

राज्य के किसानों को एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत ऊपर बताई गई सब्सिडी के तहत अगर सही से हिसाब लगाया जाए, तो प्रति किसान को कंदीय फूल की खेती करने के लिए कम से कम 50 हजार रुपए तक प्राप्त होंगे.

ऐसे करें योजना के लिए आवेदन

अगर आप भी बिहार के किसान हैं, तो आप एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत राज्य सरकार की इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आपको बिहार कृषि विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा.

अगर किसी कारणवश आपको ऑनलाइन आवेदन करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है, तो घबराएं नहीं इसके लिए आप अपनी नजदीकी उद्यान कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं.

योजना के लिए जरूरी कागजात

आधार कार्ड

बैंक पासबुक

राशन कार्ड

वोटर कार्ड

पासपोर्ट साइज फोटो

फोन नंबर आदि.

इन फूलों को कंदीय फूल कहते हैं

अब आप सोच रहे होंगे कि कंदीय फूल किन्हें कहते हैं. भारत में कई तरह के फूल पाए जाते हैं. इन्हें कैसे हम पहचानें. घबराएं नहीं आज हम आपके लिए देश में पाए जाने वाले कुछ कंदीय फूलों के नामों की लिस्ट भी लेकर आए हैं, जिनके नाम कुछ इस प्रकार से हैं.

ऑक्जेलिक (Oxalic)

हायसिन्थ (Hyacinth)

ट्यूलिप (tulip)

लिली (lily)

नर्गिसफ्रिजिआ (Narcissus Phrygia)

डेफोडिल (Daffodil)

आइरिस (Iris)

इश्किया (Ishqiya)

आरनिथोगेलम (Ornithogalum)

English Summary: 50% grant will be given on cultivation of this flower
Published on: 07 September 2023, 12:57 IST

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