Titar Farming: किसानों के लिए है बेहद फायदेमंद तीतर पालन, कम लागत में होगी मोटी कमाई ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा बढ़ा, 7.5% अधिक हुई बुवाई, बंपर उत्पादन होने का अनुमान Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 30 September, 2022 12:37 PM IST
गेहूं की खेती से बंपर उत्पादन के लिए बेहतर क‍िस्‍म का चयन करें.

Karan Vandana Variety: देशभर के किसान साथियों ने रबी फसलों की खेती करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिसके तहत अधिकतर किसान साथी रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं के उन्नत बीजों की व्यवस्था करने में जुटे हैं.

ऐसे में सभी किसान साथियों को यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर इस रबी सीजन की गेहूं की कौन-सी किस्म की बुवाई करनी चाहिए, जिससे फसल की पैदावार अच्छी मिले, साथ ही रोग व कीट लगने का खतरा भी ना हो.

मौजूदा वक्त में वैज्ञानिकों ने गेहूं की कई ऐसी किस्में विकसित कर ली हैं, जो किसान साथियों को केवल 1 हेक्टेयर में लगभग 96 क्विंटल तक उत्पादन दे सकती हैं. तो आइए आद गेहूं की एक ऐसी ही किस्म की जानकारी देते हैं...

करण वंदना किस्म (Karan Vandana Variety)

गेहूं की करण वंदना किस्म को एक उन्नत किस्म माना जाता है, जिसको DBW 187 के नाम से भी जाना जाता है. करण वंदना किस्म को ICAR-Indian Institute of wheat and barley Research Karnal द्वारा विकसित किया गया है.

Karan Vaishnavi Variety: गेहूं की इस किस्म को सबसे ज्यादा पसंद कर रहे किसान, जानिए क्यों है इतनी खास

रोग प्रतिरोधी है करण वंदना किस्म  (Karan Vandana variety is disease resistant)

गेहूं की करण वंदना किस्म की सबसे अच्छी खासियत यह है कि इसकी बुवाई करने के बाद फसल में पीला रतुआ और ब्लास्ट जैसे रोग लगने की संभावना बहुत कम होती है. गेहूं की यह किस्म पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली और जम्मू के किसान साथियों के लिए बेहतर मानी जाती है.

कब पककर तैयार होती है करण वंदना किस्म (When does the Karan Vandana variety get ripe?)

करण वंदना किस्म की और एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि अगर किसान साथी गेहूं की इस किस्म की बुवाई करते हैं, तो उनकी फसल मात्र 148 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस गेहूं से रोटी बनाने के बेहतर परिणाम मिले हैं.

Wheat Seed Booking: यहां गेहूं की करण नरेंद्र और करण वंदना किस्मों की ऑनलाइन बुकिंग शुरू, जानें इनकी खासियत

करण वंदना किस्म की उत्पादन क्षमता (Production Capacity of Karan Vandana Variety)

अगर इस किस्म से मिलने वाले उत्पादन की बात करें, तो किसान साथियों को इस किस्म की बुवाई से 1 हेक्टेयर में औसत 61.3 क्विंटल का उत्पादन मिल सकता है. मगर अच्छी बात यह भी है कि इस किस्म की उत्पादन क्षमता 1 हेक्टेयर में लगभग 96.6 क्विंटल है. ऐसे में गेहूं की करण वंदना किस्म किसान साथियों के लिए अच्छी पैदावार के साथ बंपर कमाई का एक मात्र जारिया बन सकती है.

English Summary: Sowing of Karan Vandana variety of wheat will yield up to 96 quintals in 1 hectare
Published on: 30 September 2022, 12:43 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now