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छोटे किसानों को ब्लॉकचैन ट्रेसबिलिटी से मिलेगी मदद, जानें इसकी पूरी प्रक्रिया

आंध्र प्रदेश के अरकू घाटी के कॉफ़ी प्रोडूसर्स के लिए ब्लॉकचेन बनाई जा रही है ताकि यहां के छोटे किसानों को मदद मिल सके.

रुक्मणी चौरसिया
Araku Coffee Farm
Araku Coffee Farm

TraceX Technologies, एक ब्लॉकचेन-संचालित ट्रेसबिलिटी प्लेटफॉर्म ने आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के अरकू घाटी में लगभग 3,500 किसानों द्वारा उत्पादित कॉफी के लिए एंड-टू-एंड डिजिटल ट्रैसेबिलिटी (End to End Digital Traceability) की पेशकश करने के लिए अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी टेक्नोसर्व के साथ भागीदारी की है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस घाटी की कॉफ़ी को लोग काफी पसंद करते हैं.

छोटे किसानों को मिलेगी मदद

इस साझेदारी के माध्यम से, टेक्नोसर्व अपने पार्टनर ब्रांड ब्लू टोकाई और हम्बल बीन्स को कॉफी (Coffee) के हर चरण को ट्रैक और रिकॉर्ड करने की क्षमता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है.

"छोटे जोत वाले किसानों के लिए सतत आजीविका" (Sustainable livelihood for smallholder farmers) के तहत टेक्नोसर्व वर्तमान में अराकू घाटी के 355 गांवों में फैले किसान उत्पादक संगठनों (FPO) के माध्यम से 4,000 किसानों के साथ काम करता है.

जैविक खेती

अधिकांश किसान जैविक खेती (Orgainc Farming) करते हैं जिसके कारण उनकी उपज क्षमता कर्नाटक में उनके समकक्षों की तुलना में बहुत कम है. वर्षों से, टेक्नोसर्व ने किसानों को कृषि विज्ञान प्रशिक्षण, दृश्यता निर्माण, कॉफी उत्पादकता बढ़ाने, कटाई के बाद के प्रबंधन और आवश्यक बाजार संपर्क प्रदान करने में सहायता की है.

TraceX ने अपने एक बयान में कहा कि "अपनी आजीविका में और सुधार लाने के लिए, TechnoServe ने उत्पादित कॉफी की गुणवत्ता में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए TraceX के साथ भागीदारी की है, जिससे किसानों के लिए बाजार में बेहतर जुड़ाव हुआ है. टेक्नोसर्व कॉफी को ट्रैक करने के लिए प्री-हार्वेस्ट मॉड्यूल (Pre-Harvested Module) का उपयोग करता है."

इसके बाद ब्लू टोकई, हम्बल बीन्स और स्ले कॉफी क्लाइंट्स को एक ही ब्लॉकचेन नेटवर्क (Blockchain Network for Coffee Producers) पर शामिल किया जाता है ताकि कटाई के बाद की प्रक्रियाओं को ट्रैक किया जा सके और उपभोक्ता जुड़ाव के लिए एक क्यूआर कोड उत्पाद पहचान बनाई जा सके.

ट्रेसएक्स के सह-संस्थापक और सीईओ श्रीवत्स श्रीनिवासराव ने कहा कि “यह साझेदारी हमें न केवल अंतिम उपभोक्ता पर प्रभाव पैदा करने की अनुमति देती है, बल्कि अराकू घाटी क्षेत्र में किसानों की आजीविका में भी सुधार करती है. हम एक पारदर्शी, नैतिक और टिकाऊ आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए कई और पहलों पर एक साथ काम करने की आशा करते हैं."

टेक्नोसर्व के क्रॉप लीड-कॉफी वैल्यू चेन संदेश डेराना ने कहा, इस कार्यक्रम का उद्देश्य छोटे किसानों के जीवन में सुधार लाना है.

English Summary: Blockchain traceability will help small farmers, know its complete process Published on: 30 June 2022, 04:33 PM IST

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