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पंपसेट और पाइप पर किसानों को मिलेगी 80 फीसद सब्सिडी

उन्नत तरीके से खेती करने के लिए किसानों के पास उन्नत बीज, रासायनिक खाद, कीटनाशक दवा तथा पानी की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ समय पर कृषि कार्य करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का होना बहुत जरुरी है. बदलते परिवेश में जुताई, बुवाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि कृषि कार्य आधुनिक कृषि यंत्रों से करना ही संभव है. ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार समय-समय पर अलग-अलग योजनाओं के तहत उन किसानों को सब्सिडी मुहैया कराती रहती है जो आधुनिक कृषि यंत्रों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं. इसी कड़ी में झारखंड सरकार ने पंपसेट व पाइप पर सब्सिडी देने के लिए राज्य के 600 किसानों को चयनित किया है.

विवेक कुमार राय
विवेक कुमार राय

उन्नत तरीके से खेती करने के लिए किसानों के पास उन्नत बीज, रासायनिक खाद, कीटनाशक दवा तथा पानी की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ समय पर कृषि कार्य करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का होना बहुत जरुरी है. बदलते परिवेश में जुताई, बुवाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि  कृषि कार्य आधुनिक कृषि यंत्रों से करना ही संभव है. ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार समय-समय पर अलग-अलग योजनाओं के तहत उन किसानों को सब्सिडी मुहैया कराती रहती है जो आधुनिक कृषि यंत्रों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं. इसी कड़ी में झारखंड सरकार ने पंपसेट व पाइप पर सब्सिडी देने के लिए  राज्य के 600 किसानों को चयनित किया है.

दरअसल, 'मत्स्य प्रसार अनुसंधान एवं प्रशिक्षण योजना'  के अंतर्गत मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले मछली  पालक किसान को मोटरसाइकिल खरीदने के लिए 30 हजार रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है.  इसके लिए मछली पालकों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे. चयन समिति ने योजना का लाभ देने के लिए तीन योग्य मछली पालकों का चयन किया है. इसके साथ ही पंप सेट व 200 फीट पाइप पर 80 % सब्सिडी देने के लिए जमशेदपुर जिले के कुल 600 किसानों का चयन किया गया है. सोमवार को किसानों एवं मछुआरों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय चयन समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई. 'कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग' द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 के तहत केंद्र प्रायोजित योजना 'सबमिशन ऑफ एग्रीकल्चर मेकनाइजेशन' के तहत जिले में 5 कृषि उपकरण बैंक स्थापित करने का लक्ष्य है.

बता दें कि 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर इस सब्सिडी योजना का लाभ दिया जा रहा है. इसमें 'स्वयं सहायता समूह व सखी मंडल' को कृषि बैंक स्थापित करने के लिए 5  लाख का अनुदान डीबीटी (Direct profit transfer ) के माध्यम से दिया जाना है. जिसमें लाभार्थियों को योजना की लागत का 20 प्रतिशत अंश देना होगा जो एक लाख 25 हजार रुपये है. परियोजना की लागत कुल 6 लाख 25 हजार रुपये है.

English Summary: 80% subsidy on pumpset and pipe to farmers Published on: 31 January 2019, 03:12 IST

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