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Black Potato: 100 रुपये किलो बिकता है यह आलू, सेहत और कमाई दोनों में है लाभकारी

आज हम आपको इस लेख में अमेरिका के एंडीज पर्वतीय क्षेत्र में होने वाले काले आलू के बारे में बताएंगे. साथ ही आपको बताएंगे कि यह सेहत के लिए क्यों है फायदेमंद. बाज़ार में इस आलू की कीमत की बात करें, तो यह 100 रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा के भाव में बिकता है.

प्रबोध अवस्थी
black potato is sold for rs 100 per kg (Photo source: Google)
black potato is sold for rs 100 per kg (Photo source: Google)

सब्जियों का राजा कहे जाने वाले आलू की खेती भारत में लगभग सभी राज्यों में होती है. आज इसकी कई उन्नत किस्मों जैसे फरी पुखराज किस्म, कुफरी सिंदूरी किस्म, कुफरी चिप्सोना, कुफरी अलंकार और कुफरी नीलकंठ आदि के माध्यम से किसान ज्यादा पैदावार के साथ में अपनी आय को भी बढ़ा रहे हैं. लेकिन आलू की कुछ किस्में ऐसी भी हैं जिनके बारे में बहुत कम किसान जानते हैं. आज हम आपको आलू की एक ऐसी ही किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं.

इसे किसान काला आलू कहते हैं. दरअसल, इसका रंग काला होने की वजह से इसका नाम भी काला आलू ही हो गया. लेकिन अगर इसकी तुलना हम सफ़ेद आलू की किस्मों से करते हैं तो यह कई गुना तक सेहतमंद  और मोटी कमाई देने वाला आलू है. तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.

पोषक तत्वों का खजाना है काला आलू

काले आलू में सफ़ेद आलू की तुलना में कई गुना ज्यादा और अधिक पोषक तत्व होते हैं. इस आलू को डायबिटीज के रोगी को भी खिलाया जा सकता है. इस आलू में सबसे ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट और फ्लोरिक एसिड पाया जाता है. जिस कारण यह  डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी हो जाता है. इसके अतिरिक्त यह ह्रदय रोग, फेफड़ों संबंधी रोग और लीवर के लिए भी फायदेमंद होता है. खून की कमी को पूरा करने के लिए भी यह आलू सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है.

अमेरिका के एंडीज पर्वतीय क्षेत्रों में होती है खेती

इस आलू की खेती की बात करें तो यह दुनिया के चुनिंदा क्षेत्रों में ही हो पाती है. लेकिन अब वैज्ञानिक विधियों के माध्यम से इसको कई स्थानों पर उगाया जा सकता है. वर्तमान में इसका प्रमुख स्थान अमेरिका के एंडीज पर्वतीय क्षेत्र हैं. लेकिन भारत में यह गोरखपुर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में भी उगाया जाने लगा है.

कब करें खेती और कितनी होगी कमाई

इसकी खेती भी सफ़ेद आलू की तरह ही की जा सकती है. ज्यादा पैदावार के लिए इसकी खेती को दोमट या दोमट बलुई मिट्टी में करना चाहिए. इस आलू की अगेती बुआई सितंबर माह में और पछेती बुआई अक्टूबर माह में कर देनी चाहिए. आपको इसकी बुआई को दोनों ही समय में 15 से 25 तारीख के मध्य कर देना चाहिए. लेकिन स्थान और मौसम के अनुसार बहुत से किसान इसकी खेती को 15 से 25 दिसंबर तक भी करते हैं.

यह भी पढ़ें: आलू की ये दो उन्नत किस्में किसानों की बदल सकती हैं किस्मत, पैदावार प्रति हेक्टेयर 400 क्विंटल तक

इसकी खेती करने वाले किसानों के अनुसार यह मोटी कमाई की फसल है. बाज़ार में जहां सफ़ेद आलू की कीमत 20 से 25 रुपये प्रति किलो होती है. वहीं इस काले आलू की कीमत 100 रुपये प्रति किलो या इससे ज्यादा भी हो सकती है.

English Summary: black potato is sold for rs 100 per kg farmers benefit potato varieties Published on: 21 October 2023, 03:13 PM IST

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