motivation

Search results:


नसीब में धूप है तेरे और तू है जो छाया तलाश रहा है !

मनसुख भाई अक्सर मुझसे पूछते हैं - तू इतनी नौटंकी करता है, तू ड्रामा क्यों नहीं करता ? वैसे तो दिनभर यहां-वहां ठुड्डे मारता फिरता है. जा ! वहां जा के म…