सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 January, 2021 5:38 PM IST
Farmer Ramchandra Patel

यदि आपको परंपरागत खेती से कोई खास मुनाफा नहीं हो रहा है तो आप भी सफल फार्मर रामचंद्र पटेल की तरह अरबी की खेती कर सकते हैं. मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के कालंका गांव के रहने वाले रामचंद्र महज 12वीं तक पढ़े और वे अरबी की खेती से लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं. वे पिछले 25 साल अरबी खेती कर रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने पिछले साल अरबी खेती से लगभग 60 लाख रूपये की कमाई की थी.   

एक बोरी से सफर शुरू

रामचंद्र का कहना हैं कि पहले उनके पिताजी परंपरागत खेती करते थे तब वे सोचते थे कुछ नई खेती की जाए ताकि अच्छा मुनाफा हो सकें. इसी दौरान उन्हें उनके मामा ने अरबी की खेती करने की सलाह दी. उस समय सबसे पहले उन्होंने एक बोरी अरबी लगाई. जब एक बोरी अरबी लगाई तो लोगों ने कहा कि यहां अरबी की खेती संभव नहीं हैं. वे बताते हैं कि उन्होंने उस समय उन लोगों की बात नहीं मानी और अरबी लगा दी. इसके बाद मुझे लगभग 40 बोरी अरबी का उत्पादन हुआ. जिससे मुझे यह विश्वास हो गया कि अरबी की खेती अच्छी खासी कमाई की जा सकती है.

3 हजार बोरी का उत्पादन

उन्होंने बताया कि आज वे लगभग 20 एकड़ जमीन में अरबी की खेती करते हैं. पिछले साल उन्होंने लगभग 3 हजार बोरी अरबी का उत्पादन किया था. जिससे उन्हें लगभग 60 लाख रुपये की कमाई हुई थीं. अपनी फसल को बेचने के सवाल पर वे कहते हैं उन्हें फसल को बेचने में कोई परेशानी नहीं आती है. उनका प्रोडक्शन राजधानी दिल्ली से लेकर मुंबई तक जाता है. वहीं इंदौर समेत अन्य शहरों के व्यापारी खेती से ही अरबी ले जाते हैं. वहीं आए दिन उनसे नए व्यापारी संपर्क करते रहते हैं. 

कब करें अरबी की खेती

वे बताते हैं कि अरबी की खेती रबी और खरीफ दोनों सीजन में की जा सकती हैं. जहां रबी सीजन की बात हैं तो अक्टूबर महीने में अरबी लगाई जाती हैं. जिससे अप्रैल-मई महीने में उत्पादन लिया जाता हैं. जबकि खरीफ सीजन में जून-जुलाई महीने में अरबी बोई जाती हैं. जिससे दिसंबर और जनवरी महीने में उत्पादन लिया जाता हैं. वहीं अरबी की अधिक पैदावार के लिए लाल दोमट मिट्टी उत्तम मानी जाती हैं. पटेल ने बताया अरबी की फसल के रासायनिक खाद के साथ गोबर खाद देना बेहद जरुरी होता हैं. 4 से 5 गोबर खाद प्रति एकड़ के हिसाब से डालना चाहिए.

English Summary: madhya pradesh farmer ramachandra patel became rich by Arabic cultivation, earning 60 lakh rupees every year
Published on: 09 January 2021, 05:44 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now