भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का हमेशा महत्वपूर्ण योगदान रहा है. अपनी भूमिका को निभाते हुए कृषि ने भारत की अर्थव्यवस्था को हमेशा संभाल कर रखा है और आगे भी रखता आएगा. आज भी देश की लगभग 65% आबादी कृषि कार्य पर निर्भर हैं.
यह ग्रामीण क्षेत्र में जीवनयापन का मुख्य स्त्रोत है, इसलिए इस क्षेत्र में अभी भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. कृषि का मतलब केवल फसलों की खेती ही नहीं होता है. इसमें कई और चीजें भी शामिल हैं, जैसे पशुपालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन आदि. यह बिजनेस कम लागत के साथ-साथ आसानी से की जा सकते हैं, इसलिए अगर आप भी अच्छी आय का लाभ उठाना चाहते हैं, तो यह कृषि रोजगार आपके लिए बेस्ट है.
हमने इससे पहले आपको ग्रामीण और कस्बों में कौन सा रोजगार आपके लिए बेहतर है, इसके बारे में आपको बताया था. आज इसी कड़ी में हम आपको बताएंगे कि कौन-सी खेती आपके लिए मुनाफे का सौदा है.
इस लेख में हम चर्चा करेंगे, ऐसे ही कृषि आधारित बिजनेस प्लान के बारे में. जिसको शुरु करने के लिए पूंजी बेहद कम लगती है पर इससे मुनाफा अच्छा होता है.
मशरूम की खेती
मशरूम की मांग इस दिनों बाजार में काफी अधिक देखी जा रही है. साथ हीं मशरुम की खेती कि भी इन दिनों भारी मांग है और सबसे अच्छी बात यह है कि इसे कम निवेश और कम जगह में कहीं भी शुरू किया जा सकता है. इसके लिए आप किसी मशरूम फार्मिंग सेंटर या सरकारी संस्थान से बेसिक ट्रेनिंग ले सकते हैं और कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
बांस की खेती
बांस की खेती के लिए सबसे जरुरी है जमीन की. आपको कम से कम 1-2 एकड़ जमीन की जरूरत बांस की खेती के लिए होगी, लेकिन अच्छी बात यह है कि आप बांस को आसानी से उगा सकते हैं. इसकी खेती आप शुष्क क्षेत्रों में भी आसानी से कर सकते हैं. सबसे तेजी से बढ़ने वाले पौधों में बांस भी है. इसी कारण बांस की खेती आपको बहुत कम समय में ज्यादा लाभ दे सकती है. बांस को आप थोक विक्रेताओं, भूस्वामियों, बांस के फर्नीचर कारखानों आदि को बेच कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
जैविक खाद उत्पादन
आजकल, लोग अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ पौधों के स्वास्थ्य को लेकर भी बहुत जागरूक हो गए हैं. लोग यह जान गये हैं रासायनिक खाद किस प्रकार से उनके लिये, पौधों और पर्यावरण के लिए हानिकारक है. यही वजह है कि लोग जैविक खाद को अपना रहे हैं, इसलिए आप जैविक खाद का उत्पादन शुरू कर सकते हैं, क्योंकि इसकी बहुत मांग है. इसके अलावा, यह व्यवसाय बहुत कम निवेश के साथ घर पर ही शुरू किया जा सकता है. आप रसोई के कचरे से जैविक खाद का उत्पादन शुरू कर सकते हैं. यह बहुत ही आसान से किया जाने वाला और मुनाफे वाला सौदा है.
औषधीय खेती
कोरोना महामारी के बाद लोगों ने आयुर्वेद के महत्व को महसूस किया और अब अपने स्वास्थ्य को और भी बेहतर और इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए इसका सेवन कर रहे हैं. महामारी के दौरान जो कुछ भी हुआ उसके बाद लोग यह समझने लगे हैं कि किस प्रकार औषधीय जड़ी-बूटियां कई बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकती हैं. इसलिए इसकी खेती की मांग आज के समय में कही ना कही सबसे अधिक है, इसलिए आप इसकी बागवानी अपने घरों और बगीचों में भी कर सकते हैं. लेकिन याद रखें कि इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको कुछ कानूनी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी और लाइसेंस भी प्राप्त करना होगा.
हाइड्रोपोनिक्स उपकरण स्टोर
हाइड्रोपोनिक्स खेती तकनीक धीरे-धीरे भारत में लोकप्रिय हो रहा है. अधिक से अधिक किसान इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. मूल रूप से, हाइड्रोपोनिक्स एक प्रकार की बागवानी और हाइड्रो कल्चर का एक मिश्रण है, जिसमें पानी में घुलने वाले खनिज पोषक तत्वों के घोल का उपयोग करके पौधों या फसलों को मिट्टी के बिना उगाया जाता है. बालकनी जैसी छोटी सी जगह में भी आप हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से बागवानी किया जा सकता है.
झाड़ू उत्पादन
साफ़-सफाई के लिए लगभग सभी घरों में झाड़ू का प्रयोग किया जाता है. तो इसमें कोई शक नहीं, यह एक सदाबहार व्यवसाय हो सकता है. झाड़ू को मकई की भूसी, नारियल के रेशे, बाल, प्लास्टिक और कुछ धातु के तारों से तैयार किया जा सकता है. उत्पादन की प्रक्रिया भी बहुत सरल है, और आप इस व्यवसाय को बहुत कम निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं.