कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में कई लोगों का रोजगार छिन गया है. इस स्थिति ने कई बिजनेस को ठप कर दिया है. ऐसे में कई लोग लॉकडाउन के खुलते ही अपना कोई नया बिजनेस (Business) शुरू करना चाहते होंगे.
अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं, तो नोटबुक बनाने का बिजनेस (Notebook Manufacturing) शुरू करना एक बेहतर विकल्प रहेगा. लॉकडाउन के खत्म होने के बाद जब स्कूल, ऑफिस, दुकान समेत पूरा देश खुलेगा, तो इस बिजनेस से बहुत अच्छी कमाई होगी.
नोटबुक के बिजनेस में सरकारी मदद (Government help in notebook business)
यह बिजनेस एजुकेशनल सीजन में बहुत अच्छा चलता है, क्योंकि इस वजह में नोटबुक की मांग काफी बढ़ जाती है. अगर आप अभी यह बिजनेस करना चाहते हैं, तो केंद्र सरकार भी आपकी मदद करेगी.
बता दें कि नोटबुक का बिजनेस एमएसएमई योजना से जुड़ा हुआ है. इसके तहत बिजनेस शुरू करने के लिए आपको सरकारी मदद मिल जाएगी. हाल ही में सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को बड़ी राहत भी दी है.
नोटबुक के बिजनेस में लगने वाली लागत (Notebook business cost)
इस बिजनेस को शुरू करने में कम से कम 4 लाख रुपए की लागत लगानी पड़ सकती है.
इसके लिए आप बैंक से लोन भी अप्लाई कर सकते हैं. बता दें कि आप 9 लाख रुपए वर्किंग कैपिटल लोन और 3.50 रुपये का टर्म लोन ले सकते हैं. खास बात है कि हर जगह नोटबुक, नोट पैड या रिकॉर्ड बुक की मांग रहती है. इसकी जरूरत स्कूल, कॉलेज, ऑफिस समेत कई जगह रहती है.
इसके साथ ही घरों में भी कई नोटबुक को कई कामों में उपयोग किया जाता है.
इसके अलावा घरों में भी कई नोटबुक को कई कामों में उपयोग किया जाता है. ध्यान दें कि यह बिजनेस गुणवत्ता पर ज्यादा निर्भर होता है. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए 500 वर्गफुट तक का स्पेस रेंट पर ले सकते हैं. यहां आपको मशीनरी सेट-अप करना होगा. यह बिजनेस बहुत अच्छा मुनाफ़ा देगा.
ऐसी ही बिजनेस सम्बंधित आइडियाज जानने के लिए जुड़े रहें हमारी कृषि जागरण हिंदी वेबसाइट के साथ...