PM Kisan Update: 4 राज्यों के किसानों को मिली 21वीं किस्त, जानें बाकी किसानों को कब तक मिलेगा लाभ? Weather Update: यूपी, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जानिए अपने यहां का पूरा मौसम अपडेट Sankalp Retail: देशभर में कृषि-इनपुट खुदरा व्यापार को बदलना और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 15 November, 2021 5:11 PM IST
Agriculture Business Ideas

आज के दौर में किसानों के लिए कृषि से जुड़ा अतिरिक्त लाभ कमाने का साधन होना बहुत जरूरी है, ताकि अगर किसी वजह से फसल का उत्पादन अच्छा न मिले, तो उनके पास आय का दूसरा रास्ता भी मौजूद हो. 

ऐसे में आज हम आपके लिए कृषि आधारित 5 व्यवसायों (Agriculture Business Ideas) की जानकारी लेकर आए हैं, जिन्हें किसान भाई अपने खेतों पर आसानी से शुरू कर सकते हैं. 

वर्मीकंपोस्टिंग यूनिट (Vermicomposting Unit)

मौजूदा वक्त में जैविक खेती और होम-गार्डनिंग की मांग बढ़ती जा रही है. इसके चलते वर्मीकंपोस्ट (केंचुआ खाद) की भी अच्छी मांग हो रही है. आज किसान कम समय में जैविक खेती से जुड़ना चाहते हैं, जिसके लिए केंचुआ खाद की जरूरत होती है. छोटे किसान जरूरत के हिसाब से केंचुआ खाद तैयार कर सकते हैं, लेकिन बड़े किसान ज्यादातर बाजार से ही खाद खरीदते हैं. ऐसे में आप वर्मीकम्पोस्टिंग यूनिट (Vermicomposting Unit) शुरू कर सकते हैं. यह खेतों पर ही आसानी से 15-20 हजार रुपए की लागत में शुरू हो जाएगी. 

सबसे अच्छी बात यह है कि मशरूम उत्पादन जल्दी ही  मिल जाता है. इसकी बाजार में काफी अच्छी मांग है. अगर आप मशरूम की खेती (Mushrooms Cultivation) करना चाहते हैं, तो कृषि विज्ञान केंद्र  से ट्रेनिंग ले सकते हैं. आप इसकी खेती 1000-1500 रुपए की लागत में शुरू कर सकते हैं. जैसे-जैसे आपको इसकी खेती में सफलता मिलती है, वैसे-वैसे आप खेती के स्तर को बढ़ा सकते हैं.

मशरूम (Mushrooms)

मशरूम का स्वाद जितना खाने में स्वादिष्ट होता है, उतना ही यह पोषण से भरपूर भी होता है. इतना ही नहीं, आज के दौर में इसकी खेती करना भी उतना ही आसान है. आजके समय में मशरूम की खेती अपने खेतों पर या अपने घर में आसानी से कर सकते हैं. इसकी खेती कहीं भी छोटी-बड़ी शेड लगाकर की जा सकती है. सबसे अच्छी बात यह है कि मशरूम उत्पादन जल्दी ही  मिल जाता है.

इसकी बाजार में काफी अच्छी मांग है. अगर आप मशरूम की खेती (Mushrooms Cultivation) करना चाहते हैं, तो कृषि विज्ञान केंद्र  से ट्रेनिंग ले सकते हैं. आप इसकी खेती 1000-1500 रुपए की लागत में शुरू कर सकते हैं. जैसे-जैसे आपको इसकी खेती में सफलता मिलती है, वैसे-वैसे आप खेती के स्तर को बढ़ा सकते हैं.

मोती पालन (Pearl Farming)

आधुनिक समय में किसानों को खेतों में तालाब खुदवाने के लिए सरकार द्वारा  तमाम योजनाओं के जरिए सब्सिडी दी जा रही है. इसका लाभ उठाकर किसान अपने खेतों में सामान्य खेती के साथ-साथ तालाब में मोती पालन भी शुरू कर सकते हैं. बता दें कि तालाब की क्षमता के हिसाब से इसमें सीप डाल सकते हैं. एक सीप से दो मोती निकलते हैं. इनकी गुणवत्ता के आधार पर अच्छी कीमत मिल जाती है. इनकी कीमत 100 से 250 रुपए तक मिल जाती है. इस तरह आप इस व्यवसाय से मुनाफा कमा सकते हैं.

नर्सरी (Nursery)

अगर आप फल-सब्जियों की अच्छी पौध/सीडलिंग तैयार करना जानते हैं, तो आपको अपने खेतों पर नर्सरी का काम शुरू कर देना चाहिए. इसके लिए किसानों को ज्यादा लागत की जरूरत नहीं होती है. आप सब्जियों के लिए पौधे तैयार करते समय ही नर्सरी  (Nursery) भी तैयार कर सकते हैं. इसके साथ ही पौधों को आस-पास के इलाकों में बेच सकते हैं. आप सब्जियों के अलावा फलों या फिर अन्य पेड़-पौधों जैसे चंदन, महोगनी आदि की नर्सरी कर सकते हैं.

प्रोसेसिंग (Processing)

यह एक ऐसा व्यवसाय है, जो छोटे-बड़े वर्ग के किसान आसानी से कर सकते हैं. जब आप खुद अपनी उपज को प्रोसेस करके खाद्य उत्पाद बनाकर बेचेंगे, तो उनकी आय अपने आप ही बढ़ जाएगी. तो इस तरह आप कृषि संबंधित कुछ अतिरक्त व्यवसाय शुरुब कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

English Summary: start 5 agriculture businesses in low cost
Published on: 15 November 2021, 05:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now