आपने केले का पेड़ देखा होगा, साथ ही कच्चे केले की सब्जी भी खाई होगी. मगर क्या आप जानते हैं कि केले के पेड़ का हर भाग कितना पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक होता है. शायद आप अभी तक इस बात से अनजान होंगे.
इसलिए आज हम आपके लिए कच्चे केले, उसके पत्ते और फूल से जुड़ी अहम जानकारी लेकर आए हैं. हम सभी विटामिन, आयरन और फाइबर युक्त केले का सेवन करते हैं, लेकिन इसके पेड़ के अन्य भाग जैसे फूल, पत्ते, तने का भी व्यंजन बनाने में उपयोग होता है.
इसके अलावा भोजन भी पकाया जाता है और केले के पत्तों पर भोजन परोसा भी जाता है. आइए आज आपको बताते हैं कि केले के पेड़ के तने, पत्ते व फूल का इस्तेमाल किस तरह होता है.
कच्चा केला (Raw Banana)
शायद आप नहीं जानते हैं कि कच्चे केले को कागज़ में लपेटकर पकाया जाता है. यह खाने में पके हुए केले से भी ज़्यादा स्वादिष्ट होते हैं. इसके अलावा कच्चे केले की सूखी सब्ज़ी भी बनाई जाती है. इतना ही नहीं, केले से पकौड़े और चिप्स भी बनाकर खाए जाते हैं.
केले के पत्ते (Banana Leaves)
दक्षिण भारत की बात करें, तो यहां केले के पत्तों पर भोजन भी परोसा जाता है. वहीं बंगाल के लोग इस पर खाना लपेटकर भी पकाते हैं इसके लिए सबसे पहले केले के पत्तों को धोकर पोछा जाता है फिर इन्हें टुकड़ों में काटा जाता है. इसके बाद आंच पर घुमाते हैं, जिससे ये मुलायम हो जाता है.
इसके बाद केले के सीधे हिस्से पर तेल या घी लगाकर चिकना बनाया जाता है. अब इन पर मसाले में लिपटी मछली, चावल, मक्के का आटा, इडली या इडियप्पम रखकर भाप में पकाते हैं. इस तरह भोजन पकाने से स्वाद और भी ज्यादा बढ़ जाता है. दक्षिण भारत में ऐसा भोजन खाना बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं, तो आप भी इस तरह भोजन पकाकर एक बार जरूर खाएं.
केले का फूल (Banana Flower)
जितना सुंदर केले का फूल होता है, उतनी ही लज़ीज़ इसकी सब्ज़ी बनती है. हालांकि, इसके फूल का स्वाद थोड़ा कड़वा और स्टार्च युक्त होता है. अगर आप इसे नींबू के रस में भिगो देते हैं, तो इसका स्वाद सही हो जाता है. आप केले के फूल की मसालेदार सब्ज़ी बनाकर खा सकते हैं. इसके अलावा सलाद, कटलेट, पकौड़े और सूप भी बना सकते हैं.