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Updated on: 3 February, 2022 9:05 PM IST
प्राचीन काल से ही दालों का एक लंबा इतिहास

विश्व दलहन दिवस गुरुवार, 10 फरवरी, 2022 को है. यह चौथी बार होगा, जब ये गुरुवार, 10 फरवरी को मनाया जाएगा. आपको बता दें कि इस दिवस को वैश्विक स्वास्थ्य के लिए दालों की शक्ति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है.

विश्व दलहन दिवस क्यों मनाते हैं? इतिहास और महत्व (Celebrate World Pulses Day? History And Significance)

प्राचीन काल से ही दालों का एक लंबा इतिहास रहा है, क्योंकि वे दस हजार से अधिक वर्षों से मानव और पशु पोषण का एक प्रमुख स्रोत है. जब दुनिया में भूख, गरीबी और भोजन में पोषण की कमी हुई, तब स्वच्छ और उचित आहार को बड़े पैमाने पर आबादी को खिलाने के लक्ष्य से इस दिवस मनाने की शुरुआत की है.  

आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय अनिश्चितता(Environmental Uncertainty) के साथ-साथ भूख-आधारित आर्थिक को ध्यान में रखते हुए घोषित किया गया कि 10 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय दलहन दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इसके साथ ही दुनियाभर में दाल  उत्पादन की दर को 2050 तक फिर से दोगुना कर दिया जाएगा.

विश्व दलहन दिवस 2022 का विषय क्या है (What is the theme of World Pulses Day 2022)

दालों के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के रूप में नामित होने के बाद, "एक सतत भविष्य के लिए पोषक बीज" (Nutritious Seeds for a Sustainable Future")  विषय को वर्ष 2016 में चुना गया था. इस वर्ष दालों के पोषण लाभों पर प्रकाश डाला गया और जोर दिया गया.

खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता में उनके योगदान के बारे में जानने के लिए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि वे क्या हैं. बता दें कि दालें छोटे पौधे या फलियां शाखाएं होती हैं, जिनमें खाने योग्य बीज होते हैं, जैसे मटर, चना, बीन्स. दालें फसलों से भिन्न होती हैं.

इसमें दालें बीज सूखने के बाद काटी जाती हैं, जबकि फसलें तब भी काटी जाती हैं, जब पौधे हरे होते हैं.

English Summary: World Pulses Day 2022: Know what is the history, importance and theme of world Pulses Day
Published on: 03 February 2022, 03:52 PM IST

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