इस समय हर राज्य की मंडी में गेहूं की खरीद जारी है. इस सीजन में दूसरी बार ऑनलाइन मंडी (e-NAM) में गेहूं की कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ऊपर पहुंच गया है. ऐसा मध्य प्रदेश की दो अनाज मंडियों में हुआ है.
जी हां, मध्य प्रदेश के धार और सीहोर में गेहूं की कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ऊपर पहुंच गया है. सीहोर में गेहूं की अधिकतम कीमत लगभग 3400 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है, तो वहीं दूसरे सूबों में गेहूं की कीमत एमएसपी से नीचे है. बता दें कि इस समय गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 1975 रुपए प्रति क्विंटल है.
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक...
मालवा क्षेत्र का गेहूं मिठास और पौष्टिकता की वजह से एक अलग पहचान बनाए रखा है, इसलिए इसकी कीमत ज्यादा है. देशभर में सीहोर जिले का शरबती गेहूं बहुत मशहूर है. यह गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है, इसलिए इसकी कीमत ज्यादा है. इसे द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है, क्योंकि इसका रंग सुनहरा होता है, तो वहीं स्वाद मीठा होता है.
ऑनलाइन मंडी ई-नाम के मुताबिक कीमत
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धार जिले में गेहूं का मॉडल प्राइस 15 जून को 2,068 रुपए प्रति क्विंटल रहा है. इसके साथ ही अधिकतम 2,142 रुपए रहा है, तो वहीं आवक 2,152 क्विंटल रही है.
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गुना जिले में गेहूं का मॉडल प्राइस 1975 रुपए क्विंटल रहा है, लेकिन अधिकतम रेट 3,090 रुपए प्रति क्विंटल तक है और आवक 422 क्विंटल की हुई थी.
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शरबती गेहूं पैदा करने वाले सीहोर जिले की अनाज मंडी में मॉडल प्राइस 2,063 रुपए क्विंटल रहा है, तो वहीं इसकी अधिकतम कीमत 3,460 रुपए रही और 15 जून को आवक 593 क्विंटल रही है.
ई-नाम पर 1000 मंडियों का नेटवर्क (1000 mandis network on e-NAM)
देश की 1000 मंडियां राष्ट्रीय कृषि बाजार यानी ई-नाम प्लेटफार्म पर जुड़ी हैं, जो कि कृषि क्षेत्र में सुधार का एक अहम मॉडल है. यह एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है. यह प्लेटफार्म एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटियों को एक नेटवर्क से जोड़ने का काम करता है. इसका लक्ष्य यह है कि किसानों को राष्ट्रीय स्तर पर एक बाजार उपलब्ध हो सके. इससे किसानों को देशभर की कृषि मंडियों में कृषि उत्पादों का भाव पता चलता है.
इसके साथ ही 1,69,548 ट्रेडर और 92,079 कमीशन एजेंट काम कर रहे हैं. इसके अलावा 1,856 किसान उत्पादक संगठन (FPO) भी कारोबार कर रहे हैं.