भारत सरकार लोगों की मदद के लिए योजनाएं ही नहीं, बल्कि कई ऐसी मोबाइल एप्लिकेशन भी बनाती है, जिससे लोग सीधे सरकार से जुड़कर अपनी परेशानियों को हल कर सकें. इसी बात को ध्यान में रखते हुए उमंग ऐप (UMANG) को लांच किया गया है. इस ऐप को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) द्वारा विकसित किया गया है. जैसे कि आप जानते हैं कि उमंग ऐप में सरकार की कई सेवाओं के बारे में पता चलता है और साथ ही इस ऐप से आप उन सभी सेवाओं का लाभ भी आसानी से उठा सकते हैं.
ऐप में 10 प्रमुख भारतीय भाषाएं होगी शामिल (10 major Indian languages will be included in the app)
आपको बता दें कि सरकार जल्दी ही अपने इस उमंग ऐप (UMANG) में बोलकर निर्देश देने वाले बेहतर फीचर हो लाने वाली है, जिसे कम पढ़े लिखे लोग भी अपनी बातों को बोलकर इस ऐप के जरिए सरकार की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं. इस बेहतरीन तकनीक से एप्पल के सीरी और अमेजन के एलेक्सा की तरह से इसे चलाया जाएगा. इस बोलने वाले फीचर्स को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पेश किया जाएगा. यह भी बताया जा रहा है, कि आने वाले कुछ ही महीनों में एस ऐप में अन्य 10 प्रमुख भारतीय भाषाएं भी शामिल की जाएगी.
UMANG ऐप का उद्देश्य (Purpose of UMANG App)
इस ऐप का मुख्य उद्देश्य सरकार की सभी सरकारी सेवाओं (government services) को जनता तक आसानी से पहुंचाना है. इस एक ऐप में ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सभी योजनाओं मौजूद होती हैं.. इस एक पलेट फोर्म की सहायता से आपको सरकारी योजना के बारे में जानने के लिए कहीं भी भटकना नहीं पड़ेगा. इस ऐप के जरिए लोगों की समय और धन दोनों की बचत होती है. क्योंकि इसमें आपको बिना विभाग के कार्यालय में जाने और कतार में खड़े होने की किसी तरह की परेशानी आपको नहीं मिलती है. प्रत्येक विभाग के अलग-अलग ऐप के बजाय केवल एक ही मोबाइल ऐप (mobile app) को अपने फोन में इंस्टॉल करें.
किन-किन योजनाओं का मिलेगा लाभ (Which schemes will get the benefit)
आप घर बैठे उमंग ऐप में बोलकर आपना टीकारण प्रमाणपत्र (vaccination certificate) से लेकर कई अन्य जरूरी कामों को सरलता से कर सकते हैं. ये ही नहीं इस ऐप में आपको जन औषधि, ईएसआईसी, कोविन, अटल पेंशन योजना,ई-रक्तकोश और ईपीएफओ सुविधाओं का भी लाभ प्राप्त होगा. लोगों का कहना है कि इस ऐप के जरिए डिजिटल इंडिया सेवाओं के साथ एकीकरण हुआ है.
इसमें डिजिलॉकर और PayGov जैसी अन्य डिजिटल इंडिया (Digital India) सेवाएं मौजूद है. इसके अलावा स्वास्थ्य देखभाल, वित्त, शिक्षा, आवास, ऊर्जा, कृषि, परिवहन से लेकर उपयोगिता, रोजगार और कौशल भी शामिल हैं.