किसानों को खेतीबाड़ी के प्रति जागरूक करने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं, जिनमें किसानों को फसलों की उन्नत खेती संबंधी जानकारी दी जाती है.
इसके चलते काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में कृषि विज्ञान कांग्रेस में स्वतंत्रता भवन परिसर में ही खेती-किसानी के प्रति जागरूकता के लिए प्रदर्शनी आयोजित की गई है.
इस चार दिवसीय कृषि विज्ञान कांग्रेस के दौरान कृषि शोध और विकास परिवर्तन से जुड़े बिंदुओं पर प्रमुखता से चर्चा की. आपको बता दें कि इस प्रदर्शनी में कई किसानों ने हिस्सा लिया और खेती से जुड़ी नई-नई तकनीकों के बारे में जाना. सबसे खास बात यह है कि इस प्रदर्शनी में किसानों को 8 किस्म की हरी मिर्च की खेती के बारे में जानकारी दी गई. तो चलिए आपको इस संबंध अधिक जानकारी देते हैं.
हरी मिर्च की 8 किस्में
हरी मिर्च की इन 8 किस्मों में काशी अनमोल, काशी गौरव, पूसा ज्वाला, काशी सिंदूरी आदि शामिल हैं. इन किस्मों को प्रदर्शनी का हिस्सा बनाया गया. इसके अलावा मधुमक्खी पालन, खीरा की खेती, परवल,कुम्हड़ा, तरबूज, बैगन के साथ ही चावल, गेहूं की खेती के बारे में जानकारी दी गई. इसके साथ ही अलग-अलग स्टॉल लगाए है.
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इस दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉ. मंगला राय ने बताया कि इस समय में कृषि योग्य मिट्टी में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी आ रही है, इसलिए फसलों के उपयोगी भाग में भी कमी आ रही है. इसका सीधा प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, साथ ही उन्हें कई बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि स्वतंत्रता भवन में चल रहे कांग्रेस में दूसरे दिन 50 से ज्यादा व्याख्यान प्रस्तुत किए गए. इसके अलावा भारत में जल-ऊर्जा-भोजन-वातावरण सुरक्षा की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण किया गया.