किसानों की समस्या और उनके साथ हो रहे फर्जीवाड़े के रोक-थाम के लिए सरकार काफी सजग और गंभीर दिखाई दे रही है. इसी सिलसिले में सरकार ने अपनी ओर से पीएम किसान किस्त वापसी सूची जारी कर दी है. सूची के जारी होते ही किसानों के बिच एक बेचैनी से हो गयी है.
सूची में जाकर अब किसान अपना-अपना नाम है या नहीं ये देख सकते हैं. केंद्र सरकार ने हमेशा अन्नदाताओं यानि किसानों को पहली प्राथमिकता देते हुए उन्हें देश की रीढ़ की हड्डी बताई है. केंद्र सरकार का कहना है कि किसानों की वजह से ही देश के आर्थिक हालातों में उछाल और गिरावटें आती रहती है.
इसलिए किसानों का खुश रहना देश और देश की आर्थिक स्थिति के लिए बहुत जरुरी है. आपको बता दें जब पीएम किसान योजना में धोखाधड़ी का बड़ा मामला उजागर हुआ और सामने आया तो बिहार सरकार ने इस पर सख्ती दिखाते हुए तुरंत ही जांच की घोषणा की. जिन किसानों ने पीएम किसान योजना के तहत खुद को पंजीकृत किया है, उन्हें राज्य सा केंद्र सरकार को पैसा वापस करना होगा. इधर, झारखंड सरकार भी इसी तरह की पहल करने की तैयारी कर रही है.
सरकार ने किया किसान किस्त वापसी सूची जारी
किसानों की मदद करने हेतु इसे आसान बनाने के लिए सरकार ने डीबीटी वेबसाइट बनाई है. जिसमें उन किसानों के नाम होंगे, जिन्हें अपना पैसा वापस करना है. सरकार द्वारा निर्धारित किसानों के लिए पात्रता मानदंड थे, जो किसान शहरी और शहर के बाहर दोनों क्षेत्र से संबंधित हैं, छोटे और सीमांत किसान परिवार और जिन किसानों के नाम पर खेती योग्य भूमि है. वह इस योजना के लिए आवेदन करने के योग्य थे. नियमों के तहत यदि किसानों को सूची में उनके संबंधित नाम मिलते हैं, तो उन्हें हर किस्त का पैसा राज्य या केंद्र सरकार को वापस करना होगा.
किस्तों की वापसी न होने की वजह से जो किसान आगे नहीं आ रहे थे, उनकी रिफंड की प्रक्रिया शुरू करने के लिए राज्य नोड अधिकारी की ओर से कृषि भवन से नोटिस जारी किया जाएगा. यहां तक कि किसान जो अक्सर करदाता होते हैं, उन्हें अपना पैसा राज्य सरकार को वापस करना पड़ता है और करदाता किसानों की अलग से सूची डीबीटी कृषि की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है.
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पीएम किसान योजना भुगतान रिटर्न सूची में नाम की जांच ऐसे करें
आपको बता दूँ जिस भी किसान पीएम किसान सम्मान निधि की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं. होम पेज पर, अपात्र श्रेणी, किसान का नाम, पंजीकरण संख्या, लिंग, राज्य, ब्लाक, जिला, किस्त राशि, धनवापसी मोड और बैंक खाता विवरण दर्ज करें. विवरण दर्ज करने के बाद सूची स्क्रीन पर दिखाई देगी. अब लिस्ट चेक करें और देखें कि आपका नाम उपलब्ध है या नहीं. यदि आप अपना नाम देख सकते हैं तो वह राशि वापस कर दें जो आपको योजना के तहत दी गई थी.
प्रत्येक राज्य ने अपने किसानों के लिए अपनी अलग वेबसाइट बनाई है, जहां वे अपना नाम देख सकते हैं. यानि बिहार राज्य की वेबसाइट dbtagriculture.bihar.gov.in है. इससे किसानों को आसानी से अपना नाम खोजने में मदद मिलेगी और समय की भी बचत होगी.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का उद्देश्य देश भर के सभी भूमिधारक किसान परिवार को कृषि योग्य भूमि के साथ आय सहायता प्रदान करना है.
देश के जिन किसानों ने इस योजना के तहत सरकार द्वारा 600 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आवेदन किया है और यदि वो यह पैसा प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें अपने बैंक खाते को आधार से जोड़ना होगा.