छत्तीसगढ़ के किसानों (Farmers of Chhattisgarh) से समर्थन मूल्य (Samarthan Mulya) पर धान और मक्का की खरीद (Procurement of paddy and maize) 17 अगस्त से शुरू की जाएगी. यह प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक चलने वाली है. इस साल लगभग 85 लाख टन धान खरीदी का अनुमानति लक्ष्य तय किया गया है. किसानों से समर्थन मूल्य पर धान और मक्का की खरीद राजीव गांधी किसान न्याय योजना (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) के तहत किया जाएगी. इस योजना का लाभ खरीफ वर्ष 2020-21 में किसान पंजीयन के दौरान पंजीकृत कराए गए धान के रकबे के आधार पर दिया जाएगा.
धान और मक्का खरीदी के संबंध में नीतियां तय की गई है. इसमें खरीफ वर्ष 2019-20 में पंजीकृत किसान को खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए पंजीकृत माने जाने का फैसला लिया है. इसका मतलब है कि इस साल किसानों को पंजीयन कराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि खरीफ वर्ष 2019-20 में पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि, धान के रकबे और खसरे की जानकारी राजस्व विभाग के जरिए अद्यतन कराया जाएगा. इसके अलावा नए किसानों का पंजीयन तहसीलदार द्वारा किया जाएगा.
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आपको बता दें कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में अनुमानित 85 लाख टन धान की खरीद की जाएगी. इसके लिए आवश्यक नए जूट बारदाने की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही पुराने बारदाने की व्यवस्था गत वर्ष के अनुसार पीडीएस के बारदाने, मिलर्स के पास बचत बारदाने और किसान के पास उपलब्ध जूट बारदाने से की जाएगी. बता दें कि पुराने बारदाने की दर 12 से बढ़ाकर 15 रुपए प्रति नग निर्धारित की गई है.
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