देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया जा रहा है, जिससे किसानों को खेती-बाड़ी में और अधिक सहायता मिल पाएगी. दरअसल, पीएम मोदी (PM Modi) फसलों की 35 विशेष किस्में आज राष्ट्र को सपर्मित करेंगे.
यह सौगात एक महत्वपूर्ण कृषि कार्यक्रम के जरिए दी जाएगी. इसमें पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए हिस्सा लेंगे. पीएम मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. इसके अलावा, पीएम मोदी (PM Modi) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस टॉलरेंस रायपुर के नए परिसर का भी लोकापर्ण भी करेंगे.
पीएम मोदी किसानों ने करेंगे बातचीत
इस कार्यक्रम में आईसीएमआर इंस्टीट्यूट्स के साथ-साथ कृषि विज्ञान केंद्रों, राज्य व केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय भी जुड़ेंगे. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी (PM Modi) द्वारा कृषि विश्वविद्यालयों को ग्रीन कैंपस अवार्ड वितरित किया जाएगा. इसके बाद पीएम मोदी किसानों के साथ बातचीत करेंगे, जो नवीन तरीकों का उपयोग करते हैं. बता दें कि इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल भी मौजूद रहेंगे.
इसके अलावा पीएम मोदी (PM Modi) डिजिटल समारोह के दौरान रायपुर में ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस टॉलरेंस’ के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन करेंगे. पीएमओ की मानें, तो इस मौके पर कृषि विश्वविद्यालयों को हरित परिसर पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे. इसके साथ ही नवाचार संबंधी तरीकों का इस्तेमाल करने वाले किसानों से संवाद किया जाएगा.
विकसित की गई 35 किस्मों की खासियत
किसानों के लिए नई 35 किस्में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research) द्वारा विकसित की गई हैं. इनके जरिए जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की दोहरी चुनौतियों से निपटा जा सकता है.
बता दें कि आईसीएआर (ICAR) द्वारा विशेष लक्षणों वाली फसल किस्मों को विकसित किया गया है. ये जलवायु परिवर्तन को झेलने की क्षमता रखती है. इसके साथ ही उच्च पोषक तत्व वाली किस्में हैं. इन फसलों में चना की ऐसी किस्म शामिल हैं, जो सूखे की मार भी झेल सकती है.
इसके अलावा, अरहर की किस्म विल्ट और बांझ मोजेक प्रतिरोधी है. अगर सोयाबीन की बात करें, तो ये किस्म जल्दी पकने वाली और रोग प्रतिरोधक की क्षमता रखती है और चावल की किस्म भी विकसित की गई है.
इसके अलावा बायोफोर्टिफाइड गेहूं, बाजरा, मक्का और चना, क्विनोआ, बकवीट, विंग्ड बीन, फैबा बीन आदि शामिल हैं. इन नई फसलों की किस्मों से किसानों को काफी अच्छा लाभ मिलने वाला है. इनके जरिए फसलों का उत्पादन अच्छा और ज्यादा होगा.