मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग द्वारा 'करेली गुड़ मेला 2021' का आयोजन किया गया. तीन दिवसीय इस मेले में करेली गुड़ और गाडरवारा की तुअर दाल की धूम रही. साथ ही मेले में मिलने वाली गुड़ की चाय को भी लोगों ने खूब पसंद किया. भोपाल वासियों ने गुड़ के विभिन्न फ्लेवर्स का स्वाद भी चखा. जिसमें मुख्यतः अदरक, इलायची, जगरी और इलायची जैसे फ्लेवर्स मौजूद थे.
खुद लगाते हैं भट्टी
मेले में नरसिंहपुर जिले के गोलगांव के किसान योगेश कौरव भी खुद के द्वारा उत्पादित गुड़ लेकर पहुंचे थे. उनका कहना है कि वे खुद भट्टी लगाकर गुड़ बनाते हैं. जिसमें परिवार के अन्य सदस्य भी मदद करते हैं. वे विभिन्न प्रकार के गुड़ उत्पाद जैसे गुड़ पाउडर, गुड़ केंडी, सिरका, जगरी आदि बनाते हैं. कौरव ने बताया कि भोपाल के लोगों को उनका गुड़ बेहद पसंद आया इसलिए बड़ी मात्रा में उनका गुड़ बिका है.
जैविक गुड़ बनाते हैं
करेली के किसान प्रदीप पटेल ने भी मेले में अपना स्टाल लगाया था. उन्होंने बताया कि वे जैविक गुड़ उत्पादन करते हैं. जिसे वे एक-एक किलो की क्यूब बनाकर बेचते हैं. उनके गुड़ को भी लोगों ने खूब पसंद किया है. वे अबतक 8 क्विंटल गुड़ बेच चुके हैं. इसी तरह नरसिंह फार्मर प्रोडूसर कंपनी के सीईओ अजमेर सिंह का कहना है कि इस मेले को लेकर भोपाल वासियों में काफी उत्साह है वहीं किसान भी अच्छी बिक्री से खुश है. मेले तीन दिन में ही गाडरवारा की 15 क्विंटल तुअर दाल बिक चुकी है. बता दें कि यह मेला गाडरवारा की तुअर दाल और करेली गुड़ के ब्राण्ड प्रमोशन के लिए आयोजित किया गया था जो काफी सफल रहा है.
करेली गुड़ दुनियाभर में प्रसिद्ध
गौरतलब है कि करेली गुड़ भारत ही नहीं दुनियाभर में प्रसिद्ध है. हर साल यहां का गुड़ खाड़ी देशों में निर्यात किया जाता है. वहीं करेली गुड़ मंडी सबसे बड़ी मंडी मानी जाती है. यह मध्य प्रदेश का 'गुड़ गांव' या 'गुड़ हब' के नाम से विख्यात है. बता दें करेली ब्लाक के कोदसा गांव में ही गुड़ उत्पादन की 100 से अधिक यूनिट है.