नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) ने कृषि डेरिवेटिव्स में 80 प्रतिशत बाजार हिस्सदारी के साथ अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखी है. वित्त वर्ष 2021-22 में दमदार प्रदर्शन करते हुए उसने 1,857 करोड़ रुपये का औसत दैनिक कारोबार मूल्य (एडीटीवी) दर्ज किया, जो 2020-21 के 1,261 करोड़ रुपये से 47 प्रतिशत अधिक है और महामारी से पहले 2019-20 के सालाना औसत 1,794 करोड़ रुपये से भी अधिक है.
खास बात यह है कि वित्त वर्ष 22 का औसत दैनिक कारोबार सोया कॉम्प्लेक्स, सरसों और चना जैसे कुछ सर्वाधिक कारोबार वाले अनुबंध रोके जाने के बावजूद इतना बढ़ा है. एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अरुण रास्ते ने कहा, “पिछले वित्त वर्ष में हमारा प्रदर्शन दिखाता है कि बाजार प्रतिभागी, विशेषकर कृषि क्षेत्र से जुड़े, ऐसे दौर में जोखिम प्रबंधन के प्रति कितने सतर्क हैं, जब अभूतपूर्व भू-राजनीतिक उथलपुथल के कारण कमोडिटी बाजार कठिन दौर से गुजर रहा है।”
एडीटीवी में बढ़ोतरी मासिक ओपन इंटरेस्ट में तेज वृद्धि के कारण हुई. 2021-22 में मासिक ओपन इंटरेस्ट 3,554 करोड़ रुपये हो गया, जो साल भर पहले के 2,695 करोड़ रुपये से 32 प्रतिशत अधिक है। ओपन इंटरेस्ट बाजार प्रतिभागियों की गुणवत्ता और गंभीरता का पैमाना होता है.
2021-22 में विभिन्न उपलब्धियों के बीच एनसीडीईएक्स लाइव ट्रेड परिचालन को सर्वोच्च वैश्विक प्रमाणन वाले डेटा केंद्र योटा प्लेटफॉर्म पर ले जाने वाला पहला भारतीय एक्सचेंज बन गया.
एक्सचेंज ने कुछ अनुबंधों पर अस्थायी रोक के बाद भी उत्पादों की बास्केट बढ़ाना जारी रखा और उसने देश में पहला सेक्टोरल कमोडिटी इंडेक्स एनसीडीईएक्स ग्वारेक्स आरंभ कर दिया.
एनसीडीईएक्स के मुख्य कारोबार अधिकारी (सीबीओ) कपिल देव ने कहा, “वित्त वर्ष 21-22 कृषि डेरिवेटिव्स प्रणाली के लिए चुनौती भरा वर्ष रहा क्योंकि इसमें कुछ प्रमुख जिंस डेरिवेटिव्स अनुबंधों पर रोक लगा दी गई. लेकिन हकीकत यह है कि अनिश्चितता और तेज उतार-चढ़ाव के बीच मूल्य श्रृंखला के भागीदारों को जोखिम से बचने के लिए डेरिवेटिव्स बाजार की और अधिक जरूरत होती है, जो सभी कमोडिटी में भागीदारी बढ़ने से साबित भी हुआ.”
लाखों किसानों के जीवन को प्रभावित करने के अपने प्रयास में एनसीडीईएक्स ने 400 से अधिक किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के जरिये 10 लाख से ज्यादा किसानों को एक्सचेंज प्लेटफॉर्म से जोड़कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
देश के शीर्ष कृषि डेरिवेटिव्स एक्सचेंज होने के नाते हमारे लिए अगला वर्ष हमारे लिए बहुत संभावाएं लेकर आया है. पिछले वर्ष 50 अरब डॉलर का निर्यात आंकड़ा पार करने के साथ ही भारत में खेती की तस्वीर तेजी से बदल रही है. देश को अधिक से अधिक कृषि उत्पादों का अहम स्रोत माना जा रहा है. निश्चित रूप से इस बदलाव से एक्सचेंज के लिए जोखिम प्रबंधन प्लेटफॉर्म के रूप में मौके और बढ़ जाएंगे.
एनसीडीईएक्स के बारे में
एनसीडीईएक्स भारत का अग्रणी और पेशेवर प्रबंधन वाला कृषि जिंस एक्सचेंज है, जो कटाई के उपरांत समूची जिंस मूल्य श्रृंखला में सेवाएं प्रदान करता है. भारत के अग्रणी ऑनलाइन एक्सचेंज के रूप में एनसीडीईएक्स विभिन्न कृषि जिंसों में कई प्रकार के मानक उत्पाद उपलब्ध कराता है. एनसीडीईएक्स विक्रेताओं और खरीदारों को अपने इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म के जरिये एक साथ ले आता है.
एनसीडीईएक्स के प्रमुख निवेशकों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, भारतीय जीवन बीमा निगम, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स को-ऑपरेटिव लिमिटेड (इफको), ओमान इंडिया जॉइंट इन्वेस्टमेंट फंड, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बिल्ड इंडिया कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी और इन्वेस्टकॉर्प प्राइवेट इक्विटी फंड 1 (पुराना नाम आईडीएफसी प्राइवेट इक्विटी फंड 3) शामिल हैं.
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