राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए पुलिस सत्यापन का काम अब ऑनलाइन होगा और ये काम महज 5 दिन में पूरा हो जायेगा. यानी अब पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए लोगों को लंबी लाइनों और दिनों-दिन इंतजार करने की जरूरत नहीं है. इस बात की जानकारी खुद केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 16 फरवरी को नई दिल्ली में दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस समारोह में संबोधन के दौरान दी.
केन्द्रीय गृह मंत्री ने पासपोर्ट सत्यापन की पूर्णतया ऑनलाइन सुविधा का लोकार्पण किया. ऐसे में अब मोबाइल पासपोर्ट सत्यापन सुविधा से 15 दिन की जगह 5 दिन में ही पासपोर्ट एप्लीकेशन का पुलिस सत्यापन ऑनलाइन मिल जाएगा. हालांकि ये सुविधा दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए है.
मोबाइल पासपोर्ट सत्यापन सुविधा (mPassport Seva) क्या है?
इस सुविधा से अब दिल्लीवासी ऑनलाइन पासपोर्ट एप्लीकेशन का पुलिस सत्यापन ऑनलाइन करवा सकेंगे.
इस सुविधा के तहत पहले 15 दिनों तक का इंतजार करना पड़ता था. लेकिन अब मात्र 5 दिन में ही पासपोर्ट एप्लीकेशन का पुलिस सत्यापन हो जायेगा.
इस सर्विस से दिल्ली में रहने वाले लोग अपने मोबाइल, कंप्यूटर और टैबलेट की सहातया से पासपोर्ट वेरिफिकेशन ऑनलाइन करवा सकेंगे.
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर पुलिस में शामिल किये गए मोबाइल फॉरेंसिक वाहन भी जनता को समर्पित किये. इस दौरान अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी से लेकर आज तक, दिल्ली पुलिस अपने गौरवमयी इतिहास और चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था से पूरे देश और दुनिया की प्रशंसा की पात्र बनी रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कई देशों के दूतावास हैं, अतिमहत्वपूर्ण व्यक्तियों के आवास हैं, इसीलिए दिल्ली पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की पूरी दुनिया प्रशंसा करती है.
अमित शाह ने कहा कि पुलिस और उसके कार्य में आज़ादी के तुरंत बाद बदलाव आना चाहिए था. उन्होंने कहा कि आज़ादी से पहले पुलिस के काम में सेवा का सूत्र शामिल नहीं था और पुलिस का काम आंतरिक सुरक्षा को बरकरार रखना, कानून-व्यवस्था बनाए रखना और मुख्य रूप से अंग्रेज़ी शासन के हितों की रक्षा करना था. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद दिल्ली पुलिस शांति, सेवा और न्याय के सूत्रों के साथ आगे बढ़ी और इस उद्देश्य परिवर्तन के साथ ही इस 75 साल की यात्रा में दिल्ली पुलिस ने अपने कार्यों, गतिविधियों और विचारों में काफी परिवर्तन किए हैं.
उन्होंने कहा कि हाल ही में देश और दुनिया बड़ी कोरोना महामारी से गुज़रे हैं, और, उस वक्त दिल्ली पुलिस का मानवीय चेहरा सबके सामने आया जिसने देश-दुनिया में इसकी छवि को बदलने का काम किया. दिल्ली पुलिस के जवानों ने कोरोनाकाल में दिल्ली के वृद्ध और बीमार व्यक्तियों की चिंता की और सदैव उनके परिवारजन बनकर उनके साथ रही और उनकी रक्षा की. दिल्ली पुलिस के कई जवान खुद भी कोरोनाग्रस्त हुए और कई जवानों ने अपनी जान भी गंवाई लेकिन दिल्ली पुलिस कोरोना संकट खत्म होने तक अपनी ड्यूटी के शांति, सेवा और न्याय के सूत्र को चरितार्थ करने का काम करती रही.
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आने वाले दिनों में IPC, CrPC और Evidence Act में आमूलचूल परिवर्तन करने जा रही है. उन्होंने कहा कि इन कानूनों को समय और संविधान की भावना के अनुकूल बनाने के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए फॉरेंसिक और अन्य साक्ष्यों की उपलब्धता के साथ और मज़बूत बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए देशभर में फॉरेंसिक साइंस के नेटवर्क को फैलाना होगा. शाह ने कहा कि इनमें से एक सुधार का दिल्ली पुलिस ने ट्रायल भी शुरू कर दिया है कि 6 साल और इससे ज़्यादा सज़ा वाले हर अपराध में फॉरेंसिक साइंस टीम विज़िट को अनिवार्य किया जा रहा है.
इसके लिए ट्रेंड मैनपावर और फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में एक्सपर्ट्स युवा चाहिए, इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के 9 राज्यों में NFSU के कैंपस की स्थापना की जा चुकी है और अगले दो वर्षों में देश के सभी राज्यों में NFSU के कैंपस खोले जायेंगे. शाह ने कहा कि इससे इन प्रस्तावित कानूनी परिवर्तनों को ट्रेंड मैनपावर का आधार मिल जाएगा.
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस के लिए 2023 का वर्ष बहुत महत्वपूर्ण है, इस वर्ष होने वाले G-20 सम्मेलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था में भी दिल्ली पुलिस देश को यश दिलाएगी. शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पर भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखकर 20 क्षेत्रों में सुधार की प्रक्रिया की शुरु की गयी थी जिनमें से 16 क्षेत्रों में बहुत अच्छी प्रगति हुई है. इससे आने वाले दिनों में दिल्ली पुलिस के कार्यों में बहुत बड़े सुधार होंगे जो दिल्ली की समग्र जनता के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण और लाभदायक होंगे.
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 2014 से लेकर 2023 तक देश की कानून-व्यवस्था की परिस्थिति और आंतरिक सुरक्षा के मोर्चों पर आमूलचूल परिवर्तन आए हैं. कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद हमारी सुरक्षा एजेंसियों का आतंकवाद पर संपूर्ण वर्चस्व दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ताजा आंकड़ों के अनुसार आतंकी घटनाओं में बहुत बड़ी गिरावट आई है. कश्मीर में करोड़ों लोग पर्यटन के लिए आ रहे हैं. पहले आए दिन होने वाली पथराव, जुलूस और बंद की घटनाओं की जगह आज पूरा कश्मीर इनसे मुक्त होकर लाखों सैलानियों की आवभगत में जुटा है.
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अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार पुलिस और सभी सीएपीएफ(CAPF) के लिए हाउसिंग सेटिस्फैक्शन रेश्यो बढ़ाने के लिए संकल्पित है. उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार वर्ष 2024 से पहले देश की पुलिस, सभी सीएपीएफ और दिल्ली पुलिस के हाउसिंग सेटिस्फैक्शन रेश्यो को 60 प्रतिशत से ऊपर ले जाएगी. शाह ने कामना की कि दिल्ली पुलिस के सभी जवान अपने ध्येय वाक्य शांति, सेवा और न्याय के पथ पर आगे बढ़ते हुए देश की राजधानी दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति को शानदार तरीके से संभालते रहेंगे.