सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 24 July, 2022 2:00 PM IST

किसान भाइयों की मदद के लिए राज्य सरकार हमेशा कुछ ना कुछ नई योजनाओं के माध्यम से उनकी आर्थिक मदद के साथ आय बढ़ाने के लिए भी नए-नए रास्ते खोजती रहती है.

इसी क्रम में हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने भी किसानों की मदद के लिए एक बेहतरीन तकनीक का इस्तेमाल करने के बारे में बताया कि सनातन धर्म में गो माता को सर्वोच्च स्थान दिया गया है. इसलिए गौ माता की सेवा पुण्य का कार्य है. आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों की भलाई के लिए गौशालाओं में गोमूत्र और गोबर से खाद व अन्य कई दवाई बनाई जाएंगी. ऐसा करने से पशुपालकों की आमदनी भी बढ़ेगी और किसानों को भी लाभ प्राप्त होगा.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कृषि मंत्री जेपी दलाल ने शनिवार के दिन जनसंपर्क अभियान (public relations campaign) के तहत गांव बहल की श्री अलख गौशाला का उद्घाटन के बाद आस-पास के गांव का भी दौरा किया और साथ ही कई ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी. इसके अलावा उन्होंने गोशाला में सेठ रमेश चौधरी परिवार के साथ मिलकर 15 लाख से बनवाए शेड का लोकार्पण किया.  

किसान परंपरागत खेती को छोड़े (Farmers leave traditional farming)

सरकार के द्वारा किसानों के लिए कई तरह के कार्य किए जाते हैं. जिसकी मदद से वह अपनी परंपरागत खेती को छोड़ अन्य फसल व कार्य से अपनी आमदनी में बढ़ोत्तरी कर सके. अधिक लाभ कमाने के लिए किसानों को अपनी परंपरागत खेती को छोड़ बागवानी, पशुपालन, मछली पालन आदि को अपनाना चाहिए. इन सब के लिए सरकार की तरफ से भी किसानों को बेहतर सब्सिडी की मदद की जाती है.

प्रदेश में किसानों के लिए रोजगार की उत्पत्ति (Generation of employment for farmers in the state)

किसानों की तरफ ध्यान देते हुए दलाल ने कहा कि इनकी आय व रोजगार बढ़ाने के लिए जिले के गांव गोकुलपुरा में लगभग 63 एकड़ में कृषि विश्वविधालय (agricultural university) का रीजनल सेंटर और साथ ही पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए भी बहल में लुवास का बड़ा पशु चिकित्सा संस्थान स्थापित की जाएगा.

ये ही नहीं बागवानी को बढ़ाना देने के लिए गांव खरकड़ी में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल का उत्कृष्टता केंद्र व गिगनाऊ में इंडो इजराईल तकनीक पर आधारित बागवानी केंद्र के कार्य को भी जल्द ही पूरा किया जाएगा. इसके अलावा गांव में वीटा मिल्ट प्लांट का केंद्र और मछली पालन संस्थान (fish farming institute) को तैयार किया जा रहा है. जिससे प्रदेश के किसानों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े.

English Summary: Manure and medicine will be made from cow urine and dung, organic farming will get a boost
Published on: 24 July 2022, 02:05 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now