किसान भाई अपनी आय को बढ़ाने के लिए खेती के अलावा कई अन्य कार्य भी करते हैं. जिससे वह अपनी सभी जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकें. इन्हीं में से एक दूध उत्पादन का कार्य है, जिससे किसानों को बाजार में अच्छा लाभ मिलता है.
आपको बता दें कि भारत दुनिया में दूध उत्पादन का सबसे उत्पादक देश है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 तक भारत में दूध उत्पादन 270 मिलियन मीट्रिक टन तक बढ़ सकता है. इसी क्रम में अब देश के किसान दूध से पहले पनीर तैयार करेंगे और फिर इसके पानी से स्वादिष्ट पेय पदार्थ भी तैयार करेंगे. किसानों को यह बेहतर तरीका सिखाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र (Krishi Vigyan Kendra) उनकी मदद कर रहा है. किसानों को पशु उत्पाद के विषय पर प्रशिक्षण दे रही है.
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दूध से तैयार होंगे कई उत्पाद (Many products will be prepared from milk)
KVK समन्वयक वैज्ञानिक डा. मुनेश्वर प्रसाद ने कहा कि किसानों को यह प्रशिक्षण देने का हमारे मुख्य मकसद किसानों को उनके दूध का उचित मूल्य के साथ दूध का सही से उपयोग किया जाए इस बारे में बताना है. कई बार तो दूध को बेचने में भी किसानों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, के.वि.के के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. के.वि.के वैज्ञानिकों का कहना है कि, किसान आसानी से दूध से पनीर (doodh se paneer) बना सकते है और साथ ही वह इससे एक पेय पदार्थ तैयार कर सकते है. जिसकी पैकिंग किसान खुद अपने-अपने घर पर ही कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें कोई खास मशीन की भी जरूरत नहीं होगी.
के.वी.के से 40 किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा (40 farmers are being trained from KVK)
के.वि.के के पशु वैज्ञानिक डॉ. धर्मेंद्र कुमार के अनुसार, वर्तमान समय में करीब 40 किसानों को इस तकनीक से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे किसानों की आमदनी (farmers' income) बढ़ सके. अगर इनमें से किसी एक किसान भाई को इस तकनीक में किसी भी तरह की परेशानी आती है, तो उस परेशानी का हल करने के लिए किसानों को तकनीकी मदद भी दी जाएगी. इस प्रशिक्षण से प्रभावित होकर कई किसानों में अपना अनुभव साँझा करते हुए लोगों को इसमें शामिल होने के लिए कहा है.