हमारे देश के अन्नदाता सीजन के अनुसार कई फसलों की खेती करते हैं. अगर मुख्य रूप से देखा जाए, तो खेती करने के 3 सीजन हैं, खरीफ, रबी और जायद. आज हम अपने इस लेख में खरीफ सीजन में बोई जाने वाली फसलों की बात करने वाले हैं. इसके साथ ही किसानों को बताएंगे कि सरकार ने खरीफ फसलों (Kharif Crop) के लिए क्या एमएसपी तय की है.
खरीफ सीजन क्या है?
खरीफ सीजन की फसलों को मानसून (Rainy Season Crops) के रूप में जाना जाता है. यानी ऐसी फसलें, जिनका उत्पादन वर्षा ऋतु के दौरान किया जाता हो. खरीफ शब्द अरबी भाषा का का है, जिसका शाब्दिक अर्थ शरद ऋतु से होता है. हमारे देश में इस शब्द का आगमन मुगल सम्राट के आगमन के साथ हुआ, तभी से यह शब्द व्यापक रूप से प्रयोग आने लगा है.
खरीफ सीजन की फसलों की जानकारी
खरीफ सीजन (Kharif Season) में मुख्यतः धान, बाजरा, मक्का, ज्वार, कपास, ढांचा, मूंग, मूंगफली और लोबिया आदि प्रमुख फसलों की खेती की जाती है. इसके अतिरिक्त कुछ अन्य महत्वपूर्ण फसलों का भी उत्पादन इस सीजन में लिया जाता है. अब आगे इस लेख में खरीफ सीजन (Kharif Season) की फसलों पर तय की गई एसएसपी (MSP) की बात करते हैं, उसके बाद आपको बताएंगे कि आखिर एमएसपी क्या होती है? इसे कैलकुलेट करने का फार्मूला क्या होता है.
खरीफ सीजन की फसलों की एमएसपी
भारत सरकार ने किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया है, क्योंकि इस बार खरीफ फसलों (Kharif Crop) की एमएसपी (MSP) में अच्छी बढ़ोतरी की गई है. बता दें कि धान की MSP 72 रुपए बढ़कर 1,940 रुपए/क्विंटल हो गई है, तो वहीं तिल की MSP सबसे ज्यादा 452 रुपए/क्विंटल बढ़ाई गई है. इसके अलावा तुअर और उड़द की MSP 300 रुपए/क्विंटल की गई. अन्य फसलों की MSP की जानकारी नीचे दी गई है.
एमएसपी क्या है?
एमएसपी (MSP) का मतलब, मिनिमम सपोर्ट प्राइस या फिर न्यूनतम सर्मथन मूल्य (Minimum Support Price) से होता है. यह एक प्रकार की निर्धारित आय होती है, जो सरकार द्वारा किसानों को उनकी फसलों पर प्रदान की जाती है. इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को बिचौलियों के शोषण से बचाया जा सके. इसके साथ ही उपज अच्छे मूल्य पर बिक सके.
क्या है एमएसपी कैलकुलेट करने का फार्मूला
कीमत A1- शारीरिक श्रम + पशु श्रम + मशीनी लेबर + जमीनी राजस्व + अन्य कीमतें
कीमत A2- कीमत A1 + जमीन का किराया
पारिवारिक श्रम- परिवार के सदस्यों की मेहनत
कीमत C2- कीमत A1 + पारिवारिक श्रम + स्वामित्व वाली जमीन का किराया + स्थाई पूंजी पर ब्याज (जमीन छोड़कर)
किसानों की आमदनी बढ़ाने पर लगातार
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा खरीफ सीजन की फसलों पर 50 प्रतिशत तक MSP बढ़ाई गई है. सरकार हमेशा से ही किसानों के हित में फैसले लेती आई है, साथ ही हमेशा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए चर्चा करती है. इस बार भी सरकार ने MSP बढ़ाकर किसानों की आमदनी बढ़ाने पर जोर दिया है.
(खेती संबंधी सभी जानकारी पढ़ने के लिए कृषि जागरण की हिंदी वेबसाइट पर जरूर विजिट करें.)