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Updated on: 6 August, 2021 4:11 PM IST
Dragon Fruit

भारत में कई विदेशी फलों का उत्पादन किया जा रहा है. जिनकी खेती से अधिकतर किसानों को काफी लाभ भी मिल रहा है. इस श्रेणी में ड्रैगन फ्रूट का नाम भी आता है, जिसे भारत में कमलम (Kamalam) भी कहा जाता है.            

मौजूदा समय में भारत सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती और इसके निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. इसी कड़ी में एक बड़ी खबर यह है कि पश्चिम बंगाल और गुजरात के किसानों द्वारा उगाए गए विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेप को लंदन और बहरीन भेजा गया है. खास बात यह है कि यहां विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट को पहली बार निर्यात किया जा रहा है, जो कि फाइबर और खनिज से भरपूर हैं.  

कहां से प्राप्त हुई ड्रैगन फ्रूट की खेप

आपको बता दें कि ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की जिस खेप को लंदन निर्यात किया गया है, वह कच्छ क्षेत्र के किसानों से प्राप्त की गई है. इसके साथ ही एपीडा पैकहाउस द्वारा गुजरात के भरूच में ड्रैगन फ्रूट निर्यात किया गया है. इसके अलावा, बहरीन को पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर के किसानों से ड्रैगन फ्रूट प्राप्त कर कोलकाता में एपीडा पंजीकृत उद्यमों द्वारा निर्यात किया गया है.          

दुबई किया गया था ड्रैगन फ्रूट का निर्यात

जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले ड्रैगन फ्रूट की एक खेप जून 2021 में एपीडा द्वारा दुबई निर्यात की गई. इसे महाराष्ट्र के सांगली जिले के तडासर गांव के किसानों से प्राप्त किया गया था.      

कब से शुरू हुआ ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन?

अगर भारत में ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन की बात करें, तो इसका उत्पादन 1990 के दशक की शुरुआत में किया गया था. इसके बाद ड्रैगन फ्रूट घरेलू उद्यानों के रूप में उगाया जाने लगा. इसका निर्यात मूल्य अधिक है, इसलिए हाल के वर्षों में इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है.

भारत में ड्रैगन फ्रूट की खेती

मंत्रालय की मानें, तो मौजूदा समय में ड्रैगन फ्रूट की खेती अधिकतर महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हो रही है. 

यानी मौजूदा समय में देश के विभिन्न राज्यों में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती का रूख कर रहे हैं. इसकी खेती में पानी की कम जरूरत पड़ती है, साथ ही इसकी पैदावार प्रमुख रूप से मलेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम जैसे देशों में की जाती है.

ड्रैगन फ्रूट की प्रमुख किस्में

इसकी 3 मुख्य किस्में हैं.

  • गुलाबी सफेद रंग का ड्रैगन फ्रूट

  • गुलाबी लाल रंग का ड्रैगन फ्रूट

  • पीला सफेद रंग का ड्रैगन फ्रूट

इसके अलावा पश्चिम बंगाल एक नया राज्य है, जो कि अब इसकी खेती की तरफ रूख कर रहा है. इतना ही नहीं, अब बिहार के कोसी क्षेत्र में ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके बीज उत्पादन, भंडारण और प्रसंस्करण क्षमता में वृद्धि के लिए हर संभव प्रयास भी किए जाएंगे.

English Summary: indian dragon fruit consignment sent to london and bahrain
Published on: 06 August 2021, 04:16 PM IST

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