देश में लगातार पेट्रोल-डीजल और सीएनजी (Petrol-Diesel and CNG) की बढ़ती कीमतों के कारण लोगों के बीच इलेक्ट्रिक व्हीकल की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. इसी कारण से देश में अब इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी ने भी अपने उत्पादों में तेजी से वृद्धि करना शुरू कर दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में साल 2021-22 में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री में लगभग 211 प्रतिशत तक भारी उछाल देखने को मिला है.
आपको बता दें कि सड़क परिवहन मंत्रालय (ministry of road transport) के अधीन वाहन पोर्टल के पंजीकरण डाटा के अनुसार, साल 2021-22 में लगभग चार लाख 19 हजार 812 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हो चुकी है. वहीं यह ब्रिक्री 2020-21 में लगभग 1 लाख 34 हजार 853 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई थी.
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देश में इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा की ब्रिकी (Electric e-rickshaw sales in the country)
अगर हम बात करें इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री की, तो साल 2022 में 461 प्रतिशत तक भारी उछाल के साथ दो लाख से ज्यादा वाहन बिके थे. जबकि वहीं साल 2021 में 35626 तक बिक्री हुई थी. इसके अलावा देश में इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा की इस साल 52 हजार से अधिक बिक्री हुई है. यह बिक्री पिछले साल के मुकाबले 98 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी है और साथ ही इलेक्ट्रिक कार की बिक्री इस साल लगभग 251 प्रतिशत की उछाल के साथ 16 हजार यूनिट पार कर चुकी है. देखा जाए, तो पिछले साल बस 4593 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई थी, जो बहुत कम थी.
इलेक्ट्रिक वाहन में हीरो का दबदबा (Hero's dominance in electric vehicle)
आंकड़ों के मुताबिक, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में सबसे अधिक दबदबा यानि की सबसे अधिक वाहनों की बिक्री हीरो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड (Hero Electric Vehicles Private Limited) की रही है. कंपनी ने इस साल अपने सबसे अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों को बाजार में बेचा हैं.
इसके बाद दूसरे नंबर पर ओकिनावा और एम्प्रो कंपनी (Okinawa and Empro Company) आती है. जिन्होंने इस इलेक्ट्रिक वाहनों की अच्छी बिक्री की है. इसके बाद टाटा मोटर्स ने बाजार में लगभग 9,794 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की है. जो पिछले साल के मुकाबले बेहद अधिक हैं.