देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 1 April, 2021 3:51 PM IST
Kisan Andolan

केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों (New Farm Law) के खिलाफ किसान कई महीनों से दिल्ली (Delhi) की सरहदों पर डेरा जमाए हुए हैं. इस दौरान उन्होंने एक बार बड़ा ऐलान कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की सरहदों पर आंदोलन (Kisan Andolan) कर रहे किसान 10 अप्रैल को कुंडली-मानेसर-पलवर एक्सप्रेसवे को 24 घंटे के लिए बंद करेंगे. इसके अलावा किसान मई में पैदल संसद मार्च भी निकाल सकते हैं.

आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने संगठन की आगामी 2 महीने की रणनीति की जानकारी दी है. इसके दौरान किसानों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में तय किया गया है कि किसान संसद तक मार्च निकालेंगे. फिलहाल, अभी मार्च की तारीख पर तय नहीं की गई है.

मार्च का हिस्सा बनेंगे ये लोग

आंदोलन कर रहे किसानों के पैदल मार्च में किसान तो शामिल होंगे ही, लेकिन इसके साथ ही आंदोलन (Kisan Andolan) का समर्थन करने वाली महिलाएं, बेरोजगार युवक और श्रमिक भी हिस्सा लेंगे. बताया गया है कि यह पैदल मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण निकाला जाएगा. इस दौरान विशेष ध्यान रखा जाएगा कि 26 जनवरी की घटना एक बार फिर से न दोहराई जाए.

किसानों का कहना है कि अगर संसद मार्च के दौरान पुलिस की कार्रवाई होती है, तो प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण करने के लिए समिति का गठन किया जाएगा. इसके साथ ही किसानों को स्पष्ट कर दिया गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा हर तरह की हिंसा की निंदा करता है. अगर उनके द्वारा किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है, तो उन्हें इसका जुर्माना चुकाना होगा.

इसके साथ ही 6 मई को किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के सम्मान में एक खास कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके अलावा  श्रम दिवस और  अंबेडकर जयंती पर  कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

English Summary: Farmers will march on foot to Parliament
Published on: 01 April 2021, 04:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now