Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 29 June, 2020 3:26 PM IST
Kharif Crop

छत्तीसगढ़ में अधिकतर किसान खरीफ सीजन में धान की खेती करते हैं, इसलिए इस राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है. इसी कड़ी में खरीफ सीजन 2020 के लिए फसल बीमा (Crop Insurance)  कराने की अंतिम तिथि तय कर दी गई है. दरअसल, सरकार ने फसल बीमा की आखिरी तारीख 15 जुलाई रखी है.

केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक (According to the Union Agriculture Ministry)

इस साल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) के तहत सिंचित और असिंचित क्षेत्र में धान, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन, अरहर, मूंग और उड़द की फसलें प्रमुख हैं. ऐसे में किसानों से अपील की गई है कि वह फसलों का बीमा ज़रूर करवाएं, ताकि वह प्राकृतिक आपदाओं से खेती में होने वाले मुकसान से बच पाएं. इसका काम सरकार ने 2 बीमा कंपनियों को सौपा है, जो कि जिलों में फसल का बीमा का का काम करेंगी.

फसल बीमा करने वाली कंपनी (Crop insurance company)

  • एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड

  • बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी

एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Agriculture Insurance Company of India Limited)

यह कंपनी राज्य के राजनंदगांव, दुर्ग, कोरबा, सरगुजा, नारायणपुर, बेमेतरा, बलौदाबाजार, मुंगेली, कोंडागांव, महासमुंद, धमतरी, कांकेर, रायगढ़, दंतेवाड़ा, सुकमा, सूरजपुर, बालोद, कोरिया,  जांजगीर-चांपा और गरियाबद में फसल बीमा का काम करेगी.

बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी (Bajaj Allianz General Insurance Company)

यह कंपनी रायपुर, बस्तर, बीजापुर, जसपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, कबीरधाम और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिलों में फसल बीमा का काम करेगी.

ये खबर भी पढ़ें: Pension Scheme: परिवार पहचान पत्र पोर्टल से जुड़ी 3 तीन सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाएं, हर महीने मिलते हैं 2,250 रुपए

फसल बीमा योजना से लाभ (Benefits of crop insurance scheme)

किसानों को खेती के दौरान बारिश, ओले, जमीन धसना, जल-भराव, बादल फटना, आग लगना समेत अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान का आंकलन करके भुगतान किया जाता है. बता दें कि किसानों के लिए इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत फरवरी 2016 में की थी.

कितना देना पड़ता है प्रीमियम (How much premium has to be paid)

  • खरीफ की फसलों के लिए 2 प्रतिशत प्रीमियम

  • रबी फसलों के लिए 5 प्रतिशत प्रीमियम

  • इस योजना में कॅमर्शियल और बागवानी फसलों के लिए किसानों को 5 प्रतिशत प्रीमियम का भुगतान करना होता है.

ज़रूरी दस्तावेज़ (Required Documents)

  • किसान की एक फोटो

  • आईडी कार्ड

  • एड्रेस प्रूफ

  • खेत का खसरा नंबर

  • खेत में फसल नुकसानी का सबूत देना

English Summary: Farmers of Chhattisgarh get Kharif crops insured by July 15
Published on: 29 June 2020, 03:32 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now