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Updated on: 26 March, 2021 5:53 PM IST
PM Kusum yojna

केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के लिए शुरू की गई 'पीएम कुसुम योजना' आज कल मुस्कुराहट का सबब बन रही है. यकीन मानिए...अगर कल तक उदास रहने वाले किसानों के चेहरे अगर आज हर्ष के सैलाब में सराबोर हो रहे हैं, तो इसके पीछे की मुख्य वजह 'पीएम कुसुम योजना' ही हैं. यह योजना किसानों के बीच खासा लोकप्रिय हो रही है. किसानों का रूझान इस योजना की ओर काफी तेजी से बढ़ रहा है और इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस योजना का किसानों के जीवन में क्या फर्क पड़ रहा है. 

क्या है 'पीएम कुसुम योजना'

किसानों के जीवन में 'पीएम कुसुम योजना' के प्रभाव के बारे में समझने से पहले हम आपको  इसके बारे में बताने जा रहे हैं. बता दें कि किसानों द्वारा सिंचाई संबंधी समस्याओं के मद्देनजर यह योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत 24,688 पंप लगाए गए हैं, मगर ग्रामीणों में प्रचार-प्रसार के अभाव के चलते इस योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते काफी संख्या में लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. गौरतलब है कि भारतीय किसानों का हमेशा से सिंचाई की समस्या से चोली दामन का साथ रहा है, जिसके मद्देनजर सरकार ने यह योजना शुरू की है.

कितनी सफल हुई यह योजना?

खैर, अब यह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह योजना कितनी सफल हुई है. इस योजना का किसानों को कितना लाभ मिल पाया है. इस योजना के तहत 28 फरवरी तक 24,688 पंप स्थापित किए गए हैं. 24 ग्रिड संबंधित पंपों को को उर्जा में बदला जाता है. बता दें कि इस योजना के तहत 15 लाख किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई है.

अभी तक इतनी रकम हुई जारी

यहां हम आपको बताते चले कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ किसानों को सिंचाई संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए 244.34 करोड़ रूपए जारी कर दिए गए हैं. इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान के किसानों को मिल रहा है.

राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश के किसानों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. वहीं, राजस्थान के बाद अगर किसी राज्य के किसान इस योजना के तहत लाभान्वित हुए हैं, तो वह मध्यप्रदेश के किसान हैं. खैर, इस योजना का आगे चलकर क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.

English Summary: farmer are geting the profit of PM Kusum Scheme
Published on: 26 March 2021, 06:01 PM IST

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