Tractor Diesel Saving Tips: ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान तरीके, जिनसे घटेगी लागत और बढ़ेगा मुनाफा आगरा में स्थापित होगा अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र, मोदी कैबिनेट ने 111.5 करोड़ की परियोजना को दी मंजूरी यूपी में डेयरी विकास को बढ़ावा, NDDB को मिली तीन संयंत्रों की जिम्मेदारी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 26 March, 2021 5:53 PM IST
PM Kusum yojna

केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के लिए शुरू की गई 'पीएम कुसुम योजना' आज कल मुस्कुराहट का सबब बन रही है. यकीन मानिए...अगर कल तक उदास रहने वाले किसानों के चेहरे अगर आज हर्ष के सैलाब में सराबोर हो रहे हैं, तो इसके पीछे की मुख्य वजह 'पीएम कुसुम योजना' ही हैं. यह योजना किसानों के बीच खासा लोकप्रिय हो रही है. किसानों का रूझान इस योजना की ओर काफी तेजी से बढ़ रहा है और इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस योजना का किसानों के जीवन में क्या फर्क पड़ रहा है. 

क्या है 'पीएम कुसुम योजना'

किसानों के जीवन में 'पीएम कुसुम योजना' के प्रभाव के बारे में समझने से पहले हम आपको  इसके बारे में बताने जा रहे हैं. बता दें कि किसानों द्वारा सिंचाई संबंधी समस्याओं के मद्देनजर यह योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत 24,688 पंप लगाए गए हैं, मगर ग्रामीणों में प्रचार-प्रसार के अभाव के चलते इस योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते काफी संख्या में लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. गौरतलब है कि भारतीय किसानों का हमेशा से सिंचाई की समस्या से चोली दामन का साथ रहा है, जिसके मद्देनजर सरकार ने यह योजना शुरू की है.

कितनी सफल हुई यह योजना?

खैर, अब यह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह योजना कितनी सफल हुई है. इस योजना का किसानों को कितना लाभ मिल पाया है. इस योजना के तहत 28 फरवरी तक 24,688 पंप स्थापित किए गए हैं. 24 ग्रिड संबंधित पंपों को को उर्जा में बदला जाता है. बता दें कि इस योजना के तहत 15 लाख किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई है.

अभी तक इतनी रकम हुई जारी

यहां हम आपको बताते चले कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ किसानों को सिंचाई संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए 244.34 करोड़ रूपए जारी कर दिए गए हैं. इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान के किसानों को मिल रहा है.

राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश के किसानों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. वहीं, राजस्थान के बाद अगर किसी राज्य के किसान इस योजना के तहत लाभान्वित हुए हैं, तो वह मध्यप्रदेश के किसान हैं. खैर, इस योजना का आगे चलकर क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.

English Summary: farmer are geting the profit of PM Kusum Scheme
Published on: 26 March 2021, 06:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now