केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के लिए शुरू की गई 'पीएम कुसुम योजना' आज कल मुस्कुराहट का सबब बन रही है. यकीन मानिए...अगर कल तक उदास रहने वाले किसानों के चेहरे अगर आज हर्ष के सैलाब में सराबोर हो रहे हैं, तो इसके पीछे की मुख्य वजह 'पीएम कुसुम योजना' ही हैं. यह योजना किसानों के बीच खासा लोकप्रिय हो रही है. किसानों का रूझान इस योजना की ओर काफी तेजी से बढ़ रहा है और इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस योजना का किसानों के जीवन में क्या फर्क पड़ रहा है.
क्या है 'पीएम कुसुम योजना'
किसानों के जीवन में 'पीएम कुसुम योजना' के प्रभाव के बारे में समझने से पहले हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं. बता दें कि किसानों द्वारा सिंचाई संबंधी समस्याओं के मद्देनजर यह योजना शुरू की गई थी. इस योजना के तहत 24,688 पंप लगाए गए हैं, मगर ग्रामीणों में प्रचार-प्रसार के अभाव के चलते इस योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते काफी संख्या में लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. गौरतलब है कि भारतीय किसानों का हमेशा से सिंचाई की समस्या से चोली दामन का साथ रहा है, जिसके मद्देनजर सरकार ने यह योजना शुरू की है.