केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की प्रगति समीक्षा में भाग लिया. समीक्षा बैठक कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. इस दौरान कृषि राज्यमंत्री परषोतम रुपाला और कृषि मंत्रालय एवं आईसीएआर के अधिकारी उपस्थित रहे.
बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की प्राथमिकताओं, प्रदर्शन और विभिन्न चुनौतियों से निपटने की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कृषि जलवायु क्षेत्र की विशेष आवश्यकताओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए प्रजातियों के विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और किसानों को अच्छा रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए उत्पादन और विपणन सुविधाओं के विकास की जरूरत पर बल दिया.
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कृषि एवं सहायक क्षेत्रों में नवाचार और तकनीक का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए स्टार्ट-अप्स और कृषि उद्यमियों को प्रोत्साहित करने को लेकर अपने सुझाव और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने दूर दराज के किसानों की मांग पर सूचना उपलब्ध कराने में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया. कैलाश चौधरी ने कहा कि कृषि उपकरणों की पहुंच आसान बनाई जानी चाहिए और खेत से बाजार तक के लिए ढुलाई सुविधाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए. इस संबंध में कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग ने ‘किसानरथ’ ऐप पेश किया है.
मोदी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय किसानों के पारम्परिक ज्ञान को तकनीक और युवाओं के कौशल का लाभ मिलना चाहिए. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव लाने के लिए भारतीय कृषि की पूरी संभावनाओं के दोहन के लिए कृषि स्नातकों का भी समर्थन मिलना चाहिए.
कृषि के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है देश : इसके बाद कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने दलहन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ आयोजित बैठक में भाग लिया. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित विभिन्न मंत्रीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे. बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में देश तरक्की की राह पर तेजी से बढ़ रहा है.
वर्ष 2020-21 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान ने इस बात को फिर सिद्ध किया है. मुख्य फसलों के उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान में खाद्यान्न का रिकार्ड 303.34 मिलियन टन उत्पादन बताया गया है, जो किसानों की अथक मेहनत, कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान तथा केंद्र सरकार की किसान हितैषी सुविचारित नीतियों को साफतौर पर रेखांकित करता है.
कैलाश चौधरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का फोकस गांव-गरीब-किसान एवं किसानी पर है, जिसके सुपरिणाम परिलक्षित हो रहे हैं. चौतरफा कृषि सुधारों से इसे और बल मिलेगा, जिसका फायदा देश को दीर्घकाल तक होगा.