खरीफ सीजन में बढ़ानी है फसल की पैदावार, मई महीने में जरूर करें ये काम, कम खर्च में मुनाफा होगा डबल सिर्फ 10 एकड़ में 180 प्रकार की विभिन्न फसलें उगाकर अच्छी मोटी कमाई कर रहे अजय जाधव, पढ़ें इनकी संघर्ष की कहानी Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Top Agriculture Business Ideas: कृषि क्षेत्र के कम निवेश वाले टॉप 5 बिजनेस, मिलेगा बंपर मुनाफा! Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 29 April, 2021 1:40 PM IST
Animal

केंद्र सरकार द्वारा एक नई पहल की गई है, जिसके तहत अब पालतू जानवारों को एक खास तरह की सुविधा प्रदान की जाएगी. दरअसल, अब केंद्र सरकार पालतू जानवरों के लिए ट्रॉमा सेंटर खोलने की तैयारी में लगी है.

सरकार की इस प्लान के तहत हर जिले में मवेशियों के लिए कई तरह की सुविधाएं दी जाएंगी. जैसे, मवेशियों के​ साथ रहने के लिए एक अटेंडेंट, अलग से वार्ड समेत इमरजेंसी सेवा के लिए एम्बुलेटरी वाहन भी दिया जाएगा. खास बात यह है कि  इस प्लान पर काम शुरू भी कर दिया गया है, जिसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार और दिल्ली का नाम शामिल है.

पशुपालन मंत्रालय के मुताबिक...(According to the Ministry of Animal Husbandry)

यह पशुओं के इलाज के लिए उठाया गया एक सार्थक फैसला है. इन ट्रामा सेंटर की मदद से पशुओं की बीमारियों का इलाज होगा. अगर कोई पशु गंभीर रुप से बीमार है, तो मवेशियों को भर्ती कराया जाएगा. इसके साथ ही अस्पतालों में वार्ड की तर्ज पर बड़े-बड़े हॉल बनाए जाएंगे, जहां एक हॉल में लगभग 10  पशुओं को रखा जाएगा.

ट्रामा सेंटर पर सुविधाएं (Facilities at Trauma Center)

  • हर ट्रामा सेंटर में 5 एम्बुलेटरी वाहनों की सुविधा दी जाएगी, ताकि इनके जरिए मवे​​शियों को ट्रामा सेंटर तक लाया जा सके.

  • एम्बुलेटरी वाहनों में पशुओं के इलाज के लिए सभी तरह के इक्विपमेंट्स लगे होंगे.

  • हर ट्रामा सेंटर में 2 से 3 शल्य चिकित्सक और एक सामान्य चिकित्सक भी होगा.

  • इसके अलावा कुछ ​असिस्टेंट्स और अटेंडेंट्स की भी भर्ती होगी.

  • पशुपालकों के ठहरने के लिए भी वार्ड बनाया जाएगा.

  • हर ट्रामा सेंटर में दवा रखने के लिए स्टोर भी बनाए जाएंगे.

बिहार और यूपी में शुरू हुआ काम (Work Started in Bihar and UP)

इसकी शुरुआत बिहार और उत्तर प्रदेश में हो चुकी है. इसके अलावा बिहार के कई जिलों में इस पर काम किया जा रहा है. मौजूदा समय में यह सुविधा पटना में है, लेकिन इसे दूसरे राज्यों में भी बढ़ाया जा रहा है.

गौरतलब है कि देशभर के कई इलाकों में पशुपालकों को पशुओं के इलाज के लिए भटकना पड़ता है. ऐसे में हर जिले में ट्रामा सेंटर खुलने के बाद एक बड़ी राहत मिलेगी.  

English Summary: Central Government Trauma Center for animals in every district
Published on: 29 April 2021, 01:47 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now