यह हम सब जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन हमारा देश कुल वैश्विक कृषि का 11 प्रतिशत उत्पादन करता है. जिस वजह से दुनिया के सबसे अधिक कुपोषित देशों की सूची में इसकी गिनती की जाती है. कृषि लगभग आधी भारतीय आबादी के लिए आजीविका प्रदान करती है, जिनमें से अधिकांश किसान निम्न श्रेणी के हैं, लेकिन ज्यादातर सरकारी योजनाओं का फायदा मध्यम और उच्च श्रेणी के किसानों को ही मिलता है और निम्न श्रेणी के किसान इन योजनाओं का लाभ ही नहीं उठा पाते हैं, क्योंकि उन्हें पता ही नहीं होता है कि क्या योजनाएं उनके लिए चलाई जा रही हैं.
सरकार द्वारा चलाई गई तमाम योजनाओं के बावजूद भी किसानों की हालत में कोई ख़ास सुधार नहीं हो सका है. धीमी वृद्धि, उत्पादन में कमी, किसान की व्यक्तिगत आय जैसी सभी चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारतीय कृषि क्षेत्र को नवाचार और उन्नत तकनीकों की आवश्यकता है, जो कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करने मैं मदद करेंगे. इसी कारणवश विकास में एग्री-टेक एक अहम भूमिका निभा सकता है.
क्या है एग्री-टेक ? (What is Agri-Tech?)
एग्री-टेक एक ऐसा स्पॉट है, जो वर्तमान समय में कृषि मूल्य श्रृंखला की विभिन्न समस्याओं के लिए एक ही जगह पर ओपन एक्सेस देता है. इंटरनेट के विस्तार के साथ बाजार बढ़ा है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की भूमिका अहम रही है, लेकिन खेती में बदलती पद्धति और योजनाओं को लेकर हमें अभी भी सुधार करने की जरूरत है.
कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस वर्ष सही मायनों में ग्रामीण भारत का डिजिटलीकरण शुरू होगा. भारत में कृषि मूल्य श्रृंखला को पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा संबोधित किया जाता है. नीम ट्री एग्रो के संस्थापकों का भी यही मानना है कि 2022 कृषि के लिए अभी तक का सबसे बड़ा वर्ष साबित हो सकता है.
नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस के बारे में विस्तार से (About Neem Tree Agro Solutions in detail)
यह साल 2019 में शुरू हुई, दिल्ली स्थित नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस, एक SaaS (सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस) आधारित एग्री-टेक (कृषि प्रौद्योगिकी) कंपनी हैं. जिसका उद्देश्य देश के हर किसान के लिए किफायती, कुशल और सरल समाधान उपलब्ध कराना है. यह कंपनी डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डीएसएस (decision support system) की मदद से फसल पैदावार की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने पर विशेष ध्यान देती है. उत्पाद की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए यह डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित निर्णय समर्थन प्रणाली ( डीएसएस ) का उपयोग करती हैं. इनका मिशन किसानों को तकनीकी ज्ञान, प्रौद्योगिकी, मार्केटिंग और विस्तार सेवाएं प्रदान करना है, ताकि किसान विभिन्न तकनीकों को प्रभावी ढंग से अपनाकर पैदावार की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार कर सकें. यह कंपनी विशाल डेटा के कुशल उपयोग करके किसानों के लिए बेहतर निर्णय समर्थन प्रणाली( डीएसएस ) प्रदान कराती है ताकि वह उचित निर्णय ले सकें. यह कंपनी किसानों को अपनी ऐप के माध्यम से आसान एक्सेस देती है.
इन 3 युवाओं द्वारा हुई नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस की शुरुआत (Neem Tree Agro Solutions started by these 3 youngsters)
नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस की शुरुआत 3 युवाओं ने अपने कॉलेज के दौरान की थी. जिनके दृष्टिकोण की प्रशंसा देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय IIT और प्रमुख ट्रेड एसोसिएशन नैसकॉम, एफ.आई.टी.टी (FITT), सी.आई.ई.एन.ए (CIENA) ने की है. न सिर्फ सराहना बल्कि एक लक्ष्य लेकर साथ काम करने के लिए निवेशकों के रूप में इस कंपनी से जुड़ चुके हैं. इन तीनों तिकड़ी में से सबसे छोटा संस्थापक (पारस जैन) अभी बी.टेक कर रहा है. इन सभी ने सफलता प्राप्त करने में बहुत ईमानदारी और ताकत दिखाई है. इस कंपनी के रूप में इनकी मेहनत ने यह साबित कर दिया है कि यह तीनों भले ही अभी नए हैं, लेकिन अपने लक्ष्य में सफलता प्राप्त करने के लिए इनके पास पर्याप्त जज़्बा और लगन है.
यह कंपनी एंड-टू-एंड एग्री-टेक व्यवसायों में से एक है और इसने इनपुट और डिलीवरी से लेकर फसल प्रबंधन तक किसानों को एंड-टू-एंड सपोर्ट दिया है. इससे किसान आपूर्ति श्रृंखला की प्रक्रिया और विभिन्न सुविधाओं के लिए अलग-अलग चरणों में निवेश कर सकते हैं.
देश के ग्रामीण इलाकों में कंपनी ने ग़ौर किया कि किसान अपनी समस्याओं का समाधान का आसान और वन स्टॉप सॉल्यूशन चाहते हैं, जिसके लिए इनपुट रिटेलर होता है. कंपनी के पास नए दृष्टिकोण के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किसानों की सभी जरूरत को पूरा करने की क्षमता है. डिजिटल खेती के तरीके और इससे जुड़ी हुई कृषि सेवाएं लाखों भारतीय किसानों का जीवन सुधार सकती है. यह एक ऐसी तकनीक है, जो व्यक्तिगत क्षेत्रों में फसलों की जरूरतों तथा खेती को आसान बनाने के लिए डेटा का स्मार्ट तरीके से उपयोग करती है. तकनीक का अच्छा उपयोग बेहतर आउटपुट एवं उपज की गुणवत्ता को अधिकतम करने में मदद करता है और जोखिम प्रबंधन में मदद करता है. यह बचाव हेतु देखभाल को बढ़ाने और उत्पादक-उपभोक्ता संतुष्टि को बढ़ाने में भी सहायता करेगा.
जल्द ही हम "नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस" द्वारा एआई-सक्षम रोबोट, आईओटी आधारित स्मार्ट सिंचाई प्रणाली, स्वचालित ट्रैक्टर जैसी चीजें देखेंगे. इससे प्रति एकड़ भूमि में लगभग 4 खेतिहर मजदूरों की आवश्यकता को कम करके भारी लागत से बचा जा सकता है. वहीं,धीरेश, सह-संस्थापक और सीईओ, श्री पारस जैन, सह-संस्थापक और सीटीओ, श्री निशांत चौहान, सह-संस्थापक, सीएफओ और नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस के प्रमुख (आर एंड डी) हैं.