सब्जी और फलों की खेती करने वाले छोटे किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कतें अपने उत्पादन के रखरखाव और भंडारण में होती है. लेकिन किसानों की इस समस्या का हल इंजीनियरिंग के पूर्व छात्रों ने निकाला है और बेहद सस्ता और अनोखा कूलर तैयार किया है. इस विशेष सब्जी कूलर में 4 से 6 दिनों के लिए सब्जियों को तरोताज़ा रखा जा सकता है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा. तो आइये जानते हैं इस अनोखे कूलर की खासियतें.
आईआईटी के छात्रों ने किया ईजाद (IIT students invented)
किसानों की उपज को अधिक दिनों तक भंडारित करके रखा जा सकें इसके लिए आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्रों ने इस खास सब्जी कूलर को ईजाद किया है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह बिना बिजली के ही चलता है. जो किसानों की सब्जियों को एक हफ्ते तक ताज़ा रखेगा. इस कूलर को इंजीनियर सरयू कुलकर्णी, विकास झा और गुणवंत नेहटे ने विकसित किया है. ताकि किसानों की हरी सब्जियां ज्यादा दिनों तक ख़राब न हो और उसे मंडियों तक आसानी से पहुंचाया जा सकें. वहीं इसकी डिजाइन को ठाणे स्थित रूकार्ट टेक्नोलॉजी ने किया है.
बेहद सस्ता और टिकाऊ (Extremely cheap and durable)
एग्रीटेक स्टार्टअप के गुणवंत नेहटे का कहना है कि इस कूलर को खेती एक जोखिम को कम करने तथा किसानों को आर्थिक रूप से अधिक मजबूत बनाने के लिए गया है. यह बेहद सस्ता, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल है. उन्होंने बताया कि जब हमने अपने पढ़ाई के दौरान गांवों में जाते थे तो देखते थे किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पाता है. जिसकी सबसे बड़ी वजह है सब्जियों के जल्दी ख़राब होना. ऐसे में छोटे किसान महंगे और बड़े कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कराना आसान नहीं होता है. इसलिए हमने रुकार्ट के सह-संस्थापक विकास झा के साथ मिलकर सब्जी कूलर के कॉन्सेप्ट पर काम किया.
कैसे काम करता है यह कूलर (How does this cooler work)
रूकार्ट के विकास झा का कहना है कि यह कूलर वाष्पीकरणीय शीतलन की थ्योरी पर आधारित है. इसमें बिजली की आवश्यकता नहीं पड़ती है लेकिन दिन में एक बार पानी देना पड़ता है. किसान अपनी सुविधा के अनुसार इसका निर्माण करवा सकते हैं.
उनका कहना है कि जहां किसानों ने ये कूलर बनवाये हैं वे किसान अन्य किसानों की तुलना में सब्जियों को 30 फीसदी अधिक दाम में बेच रहे हैं. हाल ही में रूकार्ट ने ओडिशा के सुंदरगढ़ में 50 से अधिक सब्जी कूलर लगाए हैं. देश के वे छोटे और मंझोले किसान जो सब्जियों को कोल्डस्टोरेज में नहीं रख सकते हैं उनके लिए ये बेहद फायदेमंद है.