सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 16 February, 2019 5:32 PM IST
Robotic Farming

यह बात आपको सुनने में चाहे अजीब लगे लेकिन यही सच है कि अब पंजाब में जल्द ही रोबोट खेती का कार्य कर सकेंगे. दरअसल पंजाब में कई इलाकों पर किसानों को खेती संबंधी कार्यों में मजदूर की कमी पड़ रही है. इसके अलावा फसलों की निगरानी करने का कार्य भी बेहद ही कठिन कार्य साबित हो रहा है. इसी बीच अच्छी खबर है कि जल्द ही रोबोट भी खेती के कार्य को कर सकेंगे और उनकी फसलों पर ड्रोन के माध्यम से आसानी से निगरानी की जा सकेगी. ऐसा होने से आने वाले समय में राज्य के किसानों को बहुतायत फायदा होगा. दरअसल इस संबध में पंजाब एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय में भारतीय खेतीबाड़ी क्नेवेंकेशन का आयोजन हुआ है जिसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस जैसे विषयों पर दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया.

विशेषज्ञों ने रखे कई विचार

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित हुए दो दिवसीय सम्मेलन में एडवांस टेक्नोलॉजी पर कई तरह के विचार रखे गए जिसमें जाने-माने प्रोफेसर ने हिस्सा लिया और खेती से संबंधित विषयों पर अपने अहमविचारों को रखा. इस गोष्ठी में चर्चा की गई कि खेत में मजदूर समस्या से जूझ रहे हैं इसीलिए किसान भी खेती से मोह भंग करने लगे है. इसीलिए कृषि कार्यों में आर्टिफिशल इंटेलीजेंस आदि तकनीक को अपनाया जाना बेहद ही जरूरी है. 

अगर खेत में ड्रोन का इस्तेमाल होगा तो इसके सहारे खेत की आसानी से मॉनीटरिंग भी की जा सकती है. रोबोट खेत में लेबर वाला कार्य करेगा. इस तकनीक से समय की भी बचत होगी. जीएयू गुजरात के वाइस चांसलर का कहना है कि सही आंकड़े जुटाएं तो मशीनीकरण के सहारे आसानी से आय को बढ़ाया जा सकता है. 

किसानों को नई तकनीक की शिक्षा जरूरी

दरअसल पंजाब में लागातार जल का स्तर गिरता ही जा रहा है और कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसीलिए खेत से जुड़ी सभी चुनौतियों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए निपटाना होगा और साथ ही तकनीक के सहारे किसानी को और अधिक स्मार्ट बनाने पर तेजी से कार्य करना होगा. स्मार्ट खेतीबाड़ी के लिए हर तरह से, हर किसान, हर शिक्षक, विशेषज्ञ को तैयार करना होगा ताकि वह नई तकनीक और विचारों को सीखकर किसानी में इसका उपयोग करें.

बता दें कि आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस में ड्रोन, रोबोटिक, सेंसर बेस्ड टेक्नोलॉजी शामिल है. ताकि कम लागत में अधिक झाड़-फूस लगाने और नई खेती करने पर ज्यादा तेजी से ध्यान दे सकें.

इन तकनीकों का होगा इस्तेमाल

दरअसल इन नई टेक्नोलॉजी में लोकेशन सेंसर, ऑप्टिकल सेंसर, मैकेनिकल सेंसर, एयर फ्लो सेंसर आदि का तेजी से इस्तेमाल किया जा रहा है. इस तकनीक के सहारे मिट्टी, नमी, पीएच, न्यूट्रेंट, नमी आदि सभी की जानकारी आसानी से मिल जाती है. फसलों की कटाई, स्प्रे, शिप शेयरिंग में लेबर की जगह पर रोबोट का आसानी स इस्तेमाल किया जा सकता है.

English Summary: Robots will now cultivate this place
Published on: 16 February 2019, 05:40 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now