Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 February, 2019 5:32 PM IST
Robotic Farming

यह बात आपको सुनने में चाहे अजीब लगे लेकिन यही सच है कि अब पंजाब में जल्द ही रोबोट खेती का कार्य कर सकेंगे. दरअसल पंजाब में कई इलाकों पर किसानों को खेती संबंधी कार्यों में मजदूर की कमी पड़ रही है. इसके अलावा फसलों की निगरानी करने का कार्य भी बेहद ही कठिन कार्य साबित हो रहा है. इसी बीच अच्छी खबर है कि जल्द ही रोबोट भी खेती के कार्य को कर सकेंगे और उनकी फसलों पर ड्रोन के माध्यम से आसानी से निगरानी की जा सकेगी. ऐसा होने से आने वाले समय में राज्य के किसानों को बहुतायत फायदा होगा. दरअसल इस संबध में पंजाब एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय में भारतीय खेतीबाड़ी क्नेवेंकेशन का आयोजन हुआ है जिसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस जैसे विषयों पर दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया.

विशेषज्ञों ने रखे कई विचार

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित हुए दो दिवसीय सम्मेलन में एडवांस टेक्नोलॉजी पर कई तरह के विचार रखे गए जिसमें जाने-माने प्रोफेसर ने हिस्सा लिया और खेती से संबंधित विषयों पर अपने अहमविचारों को रखा. इस गोष्ठी में चर्चा की गई कि खेत में मजदूर समस्या से जूझ रहे हैं इसीलिए किसान भी खेती से मोह भंग करने लगे है. इसीलिए कृषि कार्यों में आर्टिफिशल इंटेलीजेंस आदि तकनीक को अपनाया जाना बेहद ही जरूरी है. 

अगर खेत में ड्रोन का इस्तेमाल होगा तो इसके सहारे खेत की आसानी से मॉनीटरिंग भी की जा सकती है. रोबोट खेत में लेबर वाला कार्य करेगा. इस तकनीक से समय की भी बचत होगी. जीएयू गुजरात के वाइस चांसलर का कहना है कि सही आंकड़े जुटाएं तो मशीनीकरण के सहारे आसानी से आय को बढ़ाया जा सकता है. 

किसानों को नई तकनीक की शिक्षा जरूरी

दरअसल पंजाब में लागातार जल का स्तर गिरता ही जा रहा है और कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसीलिए खेत से जुड़ी सभी चुनौतियों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए निपटाना होगा और साथ ही तकनीक के सहारे किसानी को और अधिक स्मार्ट बनाने पर तेजी से कार्य करना होगा. स्मार्ट खेतीबाड़ी के लिए हर तरह से, हर किसान, हर शिक्षक, विशेषज्ञ को तैयार करना होगा ताकि वह नई तकनीक और विचारों को सीखकर किसानी में इसका उपयोग करें.

बता दें कि आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस में ड्रोन, रोबोटिक, सेंसर बेस्ड टेक्नोलॉजी शामिल है. ताकि कम लागत में अधिक झाड़-फूस लगाने और नई खेती करने पर ज्यादा तेजी से ध्यान दे सकें.

इन तकनीकों का होगा इस्तेमाल

दरअसल इन नई टेक्नोलॉजी में लोकेशन सेंसर, ऑप्टिकल सेंसर, मैकेनिकल सेंसर, एयर फ्लो सेंसर आदि का तेजी से इस्तेमाल किया जा रहा है. इस तकनीक के सहारे मिट्टी, नमी, पीएच, न्यूट्रेंट, नमी आदि सभी की जानकारी आसानी से मिल जाती है. फसलों की कटाई, स्प्रे, शिप शेयरिंग में लेबर की जगह पर रोबोट का आसानी स इस्तेमाल किया जा सकता है.

English Summary: Robots will now cultivate this place
Published on: 16 February 2019, 05:40 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now