नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 15 July, 2020 4:19 PM IST

गर्मियों में कई किसान अपने खेतों में गाजर की खेती करते हैं. ऐसे में हम बहुत ही उपयोगी मशीनों की जानकारी देने वाले हैं, जिनकी मदद से गाजर की खेती करना बहुत आसान हो जाता है. यह मशीन गाजर की खएती करने वाले किसानों के लिए बहुत काम आएंगी. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि इन मशीन की मदद से खेती का काम काफी हल्का हो जाता है, साथ ही  समय और पैसा, दोनों की भी काफी बचत होती है. आइए आपको इन मशीनों के संबंध में पूरी जानकारी देते हैं.

ये खबर भी पढ़ें: ट्रेलर या ट्रैक्टर स्प्रेयर से कीटनाशक का छिड़काव करना है बहुत आसान, जानें इसकी खासियत और कीमत

बेड प्लांटर और मल्टी क्रौप बुवाई मशीन

इस वक्त कई किसान मजदूरों की कमी की वजह से परेशान हैं, क्योंकि उन्हें गाजर की बुवाई के लिए मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं. अगर आप भी इन किसानों में शामिल हैं, तो यह मशीन आपके बहुत काम आएगी, क्योंकि यह मशीन कम समय में अधिकतम काम पूरा कर सकती है. कहा जाता है कि इस मशीन का निर्माण हरियाणा के रहने वाले महावीर प्रसाद जांगड़ा ने किया है.  इस मशीन की मदद से बुवाई के साथ-साथ मेड़ बनाई जाती हैं. इस तरह फसल की बुवाई करना काफी आसान हो जाता है. इस मशीन के जरिए न केवल गाजर की खेती की जा सकती है, बल्कि प्याज, मूली, पालक, धनिया, अरहर, जीरा, मूंग, गेहूं, मटर, मक्का, चना, भिंडी, टमाटर, फूलगोभी, पत्ता गोभी, सरसों और लोबिया जैसी तमाम फसलों बुवाई की जा सकती है.  

ये खबर भी पढ़ें: मिनी स्प्रेयर है एक सस्ता और टिकाऊ कृषि यंत्र, कीमत मात्र 120 से 500 रुपए

इसके अलावा बाजार में गाजर की धुलाई करने वाली मशीन भी उपलब्ध हैं. जब फसल पूरी तरह से तैयार हो जाती है, तो इसकी धुलाई का काम काफी कठिन होता है. एक तरफ इसमें अधिक संख्या में मजदूरों की ज़रूरत पज़ती है, तो वहीं दूसरी तरफ बड़ी मात्रा में पानी की भी ज़रूरत होती है. ऐसे में जिन किसानों के खेत के आस-पास नहर या तालाब है, उनके लिए किसी तरह परेशानी नहीं होती है. मगर जिन किसानों के पास पानी की उचित व्यवस्था नहीं होती है. ऐसे में किसान गाजर की धुलाई करने वाली मशीन का उपयोग कर सकते हैं. इस मशीन से न केवन गाजर की धुलाई की जा सकती है, बल्कि अदरक और हल्दी जैसी फसलों की भी धुलाई कम पानी में हो सकती है. खास बात है कि मशीन को ट्रैक्टर की मदद से कहीं भी ले जा सकते हैं.अगर आप गाजर की खेती में मशीन का उपयोग करना चाहते हैं, तो अपने क्षेत्र की निजि कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं, जो कृषि यंत्र का निर्माण करती हैं. वहां आपको गाजर की बुवाई और धुलाई करने वाली मशीनों के कई विकल्प मिल जाएंगे. इन मशीन को कम लागत में घर लाया जा सकता है.

English Summary: Knowledge of machines used in carrot farming
Published on: 15 July 2020, 04:23 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now