फसलों को हानिकारक कीटों (Harmful pests) से बचाने के लिए सामान्यता किसान रसायनिक कीटनाशक (Chemical pesticides) का प्रयोग करते हैं. जिसकी वजह से पर्यावरण प्रदूषण के साथ कीटों में सहनशीलता (resistant) उत्पन्न हो जाती है, और किसान को कीट नियंत्रण के लिए अधिक डोज देनी पड़ती है. अतः खर्चा भी अधिक और मानव स्वास्थ पर भी बुरा असर होता है. रसायनों का अधिक तथा अनुचित मात्रा में उपयोग से मिट्टी भी धीरे-धीरे बंजर भी होने लगती है. इन्ही परिणामों को देखते हुए समन्वित कीट प्रबंधन (Integrated Pest Management) तकनीकों को अपनाया जाना बहुत जरूरी है. कीट नियंत्रण में रसायनिक कीटनाशकों के उपयोग में कमी हो सके इसके लिए एक महत्वपूर्ण यांत्रिकी विधि (Mechanical method) है, जिसमें खर्चा कम एवं लाभ अधिक होता है.
लाइट ट्रैप काम कैसे करता है? (How does light trap work)
लाइट ट्रेप में एक बल्ब होता है, जिसको जलाने के लिए बिजली या बैटरी की जरूरत पड़ती है. आज कल सोलर से चार्ज होने वाला भी ट्रैप बाजार में उपलब्ध है. इसमें जब बल्ब जलाया जाता है तो आस-पास के कीट प्रकाश से आकर्षित (Attract) होकर बल्ब से टकराकर इसके नीचे लगी कीप में गिरकर कीट संग्रहण कक्ष में इकट्ठे हो जाते हैं. यह कीट संग्रहण कक्ष सुरक्षा कवर से घिरा हुआ और नीचे से खुला होता है. कीट संग्रहण कक्ष एवं सुरक्षा कवर के बीच दो लाइट लगी होती है. दूसरी लाइट से आकर्षित होकर लाभदायक कीटों (Beneficial insects) को बाहर निकलने में मदद मिलती है और शत्रु कीट संग्रहण कक्ष (storage chamber) में फंसे रह जाते हैं, जिन्हें आसानी से नष्ट किया जा सकता है या कुछ दिनों बार खुद मर जाते है.
खेत में लाइट ट्रैप कैसे लगाए (How to set up a light trap in the field)
खेतों में लाइट ट्रेप को फसल की ऊंचाई से 2 फीट ऊपर लगाना चाहिए. इसे शाम को 7:00 बजे से 10:00 बजे तक रात में प्रकाश चालू करना चाहिए. जिससे आस-पास के कीट इससे आकर्षित होकर इस प्रपंच (Trap) में फस जाये. एक हेक्टेयर खेत के लिए एक लाइट ट्रैप की आवश्यकता पड़ती है. इसे खेत में बीचों-बीच लगाना चाहिए. आजकल सोलर लाइट ट्रैप (Solar light trap) उपकरण भी आ गया है.
प्रकाश प्रपंच से होने वाले लाभ (Benefits of light trap)
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प्रकाश प्रपंच (प्रकाश जाल) से कीट के प्रकोप को प्रारंभिक अवस्था (Initiation stage) में ही नियंत्रित (Control) कर लिया जाए तो फसलों को नुकसान कम होता है.
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फसलों, सब्जियों या फलों की फसल में इस लाइट ट्रैप का उपयोग कर मास ट्रेपिंग यानि बड़ी मात्रा में कीटों को पकड़ा जा सकता है. ऐसा करने से कीटों की संख्या में भारी कमी आ जाती है.
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लाइट ट्रैप का उपयोग करने से सिर्फ शत्रु कीट ही नष्ट होते है और मित्र कीट नीचे के छेद से निकल जाते है.
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लाइट ट्रैप को एक बार खरीदने पर इसे कई सालों तक उपयोग किया जा सकता है, और रसायनों का उपयोग कम हो जाता है, परिणामस्वरूप खर्चा भी कम हो जाता है.
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इससे जैव विविधता बढ़ेगी और पर्यावरण संरक्षण भी होगा.
किस प्रकार के कीटों को नियंत्रित करता है (Which type of insects does it control)
यह ट्रैप धान, कपास, दलहनी (Pulses), मक्का, सोयाबीन, टमाटर, बैगन आदि फसलों में आक्रमण करने वाले पत्ती मोड़क (Leaf roller), तना छेदक (Stem borer), कट वर्म, सभी प्रकार की सूँडी (Caterpillar), फल छेदक (Fruit borer), पत्ती सुरंगक कीट (Leaf miner) आदि को वयस्क अवस्था (Adult stage) में ही फंसा लेता है. इन कीटों की वयस्क अवस्था, इनकी पंखो वाली अवस्था होती है.