खेत की जुताई-बुवाई में उपयोग होने वाले ट्रैक्टर (Tractor) के पीछे लगा लोहे का भारी-भरकम हल जॉन डियर (Deere and Company) ने सन 1837 में बनाया था. इस कंपनी ने किसानों के लिए बहुत ही काम की चीज बनाई है. इसी कड़ी में कंपनी ने एक नया नवाचार करते हुए अपने आप चलने वाला ट्रैक्टर (Autonomous Tractor) सार्वजनिक किया है. इस नए ऑटोनोमस ट्रैक्टर (Autonomous Tractor) का नाम अभी 8आर रखा गया है. तो आइए इस लेख में नए टैक्टर की खासियत बताते हैं.
कैसा है ऑटोनोमस ट्रैक्टर? (How is the autonomous tractor?)
इस ट्रैक्टर में छह कैमरे लगे हैं. इनके जरिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल कर खुद ही चौतरफा वातावरण का अनुमान लगा लेता है और आगे का रास्ता तय कर लेता है. इसे खेत में जिस रास्ते पर डाल दिया जाए, उस पर खुद अपनी राह बना लेता है. वहीं, आस-पास की स्थितियों से तालमेल भी बिठा लेता है. यानि इस ट्रैक्टर को बार-बार निर्देश देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. यह खुद ही निर्धारित क्षेत्र में खेत की जुताई और बीजों की बुवाई का काम पूरा कर लेता है. अगर कोई बाधा आ जाए, तो उसे भी खुद ही हटाकर आगे बढ़ता है.
इसके साथ ही किसान जरूरत के हिसाब से ऑटोनोमस ट्रैक्टर (Autonomous Tractor) को नए निर्देश भी दे सकता है. जैसे, ट्रैक्टर को नए क्षेत्र में भेजना, काम बदलना, काम रोककर मशीन को खेत से वापस बुला लेना आदि. सबसे खास बात यह है कि आप ये सभी निर्देश स्मार्ट फोन (Smart Phone) के जरिए कहीं से भी दे सकते हैं. हालांकि, मौजूदा वक्त में कुछ और ट्रैक्टर (Tractor) भी हैं, जो अपने आप चल सकते हैं. मगर उनकी अपनी सीमाएं होती हैं.
ऑटोनोमस ट्रैक्टर की कीमत (Price of autonomous tractor)
यह ऑटोनोमस ट्रैक्टर (Autonomous Tractor) अमेरिका के लॉस वेगास में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो (Consumer Electronic Show)-2022 में जॉन डियर कंपनी (Deere and Company) ने प्रदर्शित किया है. अभी कंपनी ने इसकी कीमत का खुलासा नहीं किया है, लेकिन अनुमान है कि इसकी कीमत लगभग 8 लाख डॉलर तक हो सकती है.
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नई तकनीक के लाभ हैं, तो कुछ नुकसान भी (There are advantages to new technology, but also some disadvantages)
इससे कृषि क्षेत्र में श्रमिकों की अनुपलब्धता की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा. इसके अलावा नुकसान भी दो तरह के हैं. पहला- कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल जितना बढ़ेगा, उतना कामगारों के हाथ से काम छूटता जाएगा.
तो वहीं दूसरा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) के लिए कुछ निजी जानकारियों-आंकड़ों (Personal Data) आदि की आवश्यकता पड़ती है. यह डाटा उस कंपनी के पास सुरक्षित होता है, जिसने संबंधित मशीन बनाई है.