आज तक आपने कई आयुर्वेदिक पौधों के बारे में सुना होगा और देखा भी होगी, लेकिन क्या आप पत्थरचट्टा की जानकारी रखते हैं. शायद आपने पत्थरचट्टा का नाम पहली बार सुना होगा, इसलिए आज कृषि जागरण पत्थरचट्टा से जुड़ी अहम जानकारी लेकर आया है.
दरअसल, पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक पौधा है, जो कि कई औषधीय गुण से भरपूर है, इसलिए इसे कई नामों से जाना जाता है. जैसे- एयर प्लांट, कैथेड्रल बेल्स, लाइफ प्लांट और मैजिक लीफ आदि.
पत्थरचट्टा की विशेषताएं (Characteristics of Pattharchatta)
आयुर्वेद की मानें, तो प्राचीन काल से पत्थरचट्टा का उपयोग किडनी और मूत्र विकारों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में होता है. यह पथरी के लिए रामबाण है. इतना ही नहीं, इसका सेवन पेट की सफाई को दूर करता है, साथ ही जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालता है. इसके अलावा बवासीर की समस्या में भी काफी लाभकारी है, तो आइए आपको पथरचट्टा (Patharchatta) के अन्य गुणों के बारे में जानकारी देते हैं.
किडनी (Kidney)
जैसा कि हम बता चुके हैं कि पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक पौधा है जिसे आयुर्वेद में गुर्दे की पथरी के लिए रामबाण माना गया है.
अगर आप पत्थरचट्टा का काढ़ा बनाकर पीते हैं, तो इससे पेशाब में जलन, पेशाब का रुक-रुककर आना, दर्द होना जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं.
इंफ्लामेशन (Inflammation)
इसका सेवन शरीर पर हुई खुजली, घाव और चोट की समस्या को दूर करता है. आप इसके 4 या 5 पत्तों को पीस लें और फिर इसका लेप तैयार कर घाव या चोट वाली जगह पर लगाएं. इससे आपको तुरंत आराम मिल जाएगा.
खूनी दस्त (Bloody diarrhea)
अगर आप खूनी दस्त में पत्थरचट्टे का सेवन करते हैं, तो आपको जल्द ही मिल जाएगी. इसके लिए पत्तों से रस निकालें, फिर उसमें चुटकी भर पीसा जीरा और आधी चम्मच देसी घी मिलाएं. अब इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करें.
हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure)
अगर आप इसका सेवन करते हैं, तो आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा. इसके लिए पत्तों के रस की 5-5 बूंद पानी में मिलाकर रोज खाली पेट पिएं. इससे आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होगी.
(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है. इन पर अमल करने से पहले एक बार संबंधित विशेषज्ञ से जरूर संपर्क कर लें.)