Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 1 November, 2019 5:51 PM IST
Mustard Crop

सरसों बोलते ही सबके जहन में सरसों का तेल ही आता है पर आज हम आपको सिर्फ सरसों के तेल के ही नहीं बल्कि सरसों के बीजों और उसके बाकी चीजों के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताएंगे. सरसों हजारों वर्षों से औषधि और खाने में प्रयोग की जाती हैं. इसके बीजों में कैल्शियम, मैंगनीज, ओमेगा-3 फैटी एसिड, लोहा, जस्ता, प्रोटीन और आहार फाइबर काफी अधिक मात्रा में पाया जाता हैं.

अगर आप उबलते तेल में इसके बीजों को डालकार तड़का मारते है तो सब्जी में एक अलग तरह का स्वाद आता है. यह विभिन्न किस्मों में उपलब्ध है जैसे काली सरसों, सफेद सरसों और भूरे रंग की भारतीय सरसों, साथ ही साथ चूर्ण के रूप में भी इसका सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है. तो आइए जानते है इसके सेवन के लाजवाब फ़ायदों के बारे में...

  • सरसों का तेल हमारी त्वचा के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है क्योंकि यह हमारे शरीर में गर्मी पैदा करता है.

  • सरसों के बीजों में एक सेलेनियम नामक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं, जो इसके उच्च विरोधी भड़काऊ प्रभावों के लिए जाना जाता है इसके बीजों में मैग्नीशियम का उच्च स्रोत अस्थमा के अटैक और रक्तचाप को कम करने में सहायक है.

जिन लोगों को ज्यादा भूख लगती हैं, उनको खाना खाने के 20 मिनट पहले दूध के साथ कुछ काली सरसों के बीजों का सेवन करना चाहिए.

सरसों के पौधे की जड़ों का लेप शरीर के हिस्सों पर लगाने से कई तरह की समस्यायों से निजात पायी जा सकती है. जैसे कैंसर, मधुमेह आदि.  

इसके बीजों के लगातार सेवन से गठिया और मांसपेशियों के दर्द से बहुत जल्द राहत मिलती है

सरसों में मौजूद यासिन और विटामिन बी 3 भरपूर मात्रा में होते है. जो गठिया की समस्या से बचाता है जिससे हमारे शरीर में रक्त प्रवाह ठीक रहता है.जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर जैसे समस्या से भी निजात मिलती है.

सरसों के सेवन के नुकसान (Side effects of mustard)

सरसों के तेल का खाने में एक बार इस्तेमाल करने के बाद दोबारा इस्तेमाल करने से कैंसर जैसी समस्या का खतरा बढ़ने का डर रहता है.

इसलिए जितना हो सके ताजे तेल में खाना पकाए.

सरसों के बीजों में अधिक मात्रा में विटामिन-ई पाया जाता है. जिससे इसके ज्यादा सेवन से दिमाग में खून बहने का खतरा बन सकता है.

English Summary: Health benefits and side effects of sarson (mustard)
Published on: 01 November 2019, 05:54 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now