Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 15 January, 2025 12:00 AM IST
घर में कैसे उगा सकते हैं मूली? (Picture Credit - Shutter Stock)

Grow Radishes At Home: शहरी जीवनशैली में ऑर्गेनिक सब्जियां उगाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. घर की छत, बालकनी या छोटे गार्डन में सब्जियां उगाना न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा देता है. खासतौर पर मूली जैसी पौष्टिक और जल्दी तैयार होने वाली सब्जी घर में उगाना एक सरल और प्रभावी तरीका है. यह न सिर्फ आपके खाने को ताजगी और पोषण प्रदान करता है, बल्कि रासायनिक खादों से मुक्त सब्जियों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करता है. अगर आप भी घर में मूली उगाना चाहते हैं, तो कृषि जागरण का यह आर्टिकल आप ही के लिए है.

मूली उगाने के फायदे

घर में मूली उगाना एक शानदार विकल्प है, यह एक जल्दी तैयार होने वाली सब्जी है. यह केवल 30 से 45 दिनों में खाने के लिए तैयार हो जाती है. इसे उगाने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती, आप इसे गमले या ग्रो बैग में भी आसानी से उगा सकते हैं. मूली पोषण का खजाना है, जिसमें फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं. यह न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि आपके गार्डनिंग अनुभव को भी बढ़ाता है. कम मेहनत और अधिक लाभ के लिए मूली उगाना एक आदर्श विकल्प है.

मूली उगाने के लिए आवश्यक सामग्री

घर में मूली उगाने के लिए कुछ जरूरी सामग्री की आवश्यकता होती है. सबसे पहले, एक गमला या ग्रो बैग चुनें, जो कम से कम 6 से 8 इंच गहरा हो. मिट्टी हल्की, भुरभुरी और अच्छी जलनिकासी वाली होनी चाहिए. इसमें गोबर की खाद या जैविक खाद मिलाने से मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी. अच्छी गुणवत्ता वाले मूली के बीज बाजार से खरीदें और तय स्थान पर बोने के बाद नियमित सिंचाई करें. सही देखभाल और आवश्यक सामग्री के साथ, आप आसानी से अपने घर में ताजी और पौष्टिक मूली उगा सकते हैं.

मूली उगाने का सही समय

मूली ठंडी जलवायु में अच्छी तरह बढ़ती है. भारत में इसे अक्टूबर से फरवरी के बीच उगाना सबसे बेहतर रहता है. हालांकि, अगर आप इसे घर के अंदर उगाते हैं, तो इसे सालभर उगाया जा सकता है.

मूली उगाने की प्रक्रिया

घर में मूली उगाने की प्रक्रिया सरल और प्रभावी है. सबसे पहले, गमले या ग्रो बैग में हल्की, भुरभुरी मिट्टी भरें और इसमें गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाएं. बीजों को 1 से 2 सेंटीमीटर गहराई पर 2 से 3 इंच की दूरी पर बोएं और हल्की मिट्टी से ढक दें. बीज बोने के बाद हल्का पानी दें और गमले को ऐसी जगह रखें जहां 4 से 5 घंटे की सीधी धूप मिले. मिट्टी की नमी बनाए रखें, लेकिन अधिक पानी देने से बचें. हर 10 से 15 दिन में जैविक खाद डालें और खरपतवार हटाते रहें. सही देखभाल से मूली जल्दी तैयार हो जाती है.

मूली की कटाई

मूली बीज बोने के 30-45 दिनों में तैयार हो जाती है. जब जड़ें 2-3 इंच मोटी दिखें और पत्ते हरे व स्वस्थ हों, तो यह कटाई का सही समय होता है. इसे धीरे से मिट्टी से खींचकर निकालें ताकि जड़ें टूटने से बचें. ताजी मूली को तुरंत इस्तेमाल करें या स्टोर करें.

मूली की कटाई

मूली बीज बोने के 30-45 दिनों में तैयार हो जाती है. जब जड़ें 2-3 इंच मोटी दिखें और पत्ते हरे व स्वस्थ हों, तो यह कटाई का सही समय होता है. इसे धीरे से मिट्टी से खींचकर निकालें ताकि जड़ें टूटने से बचें. ताजी मूली को तुरंत इस्तेमाल करें या स्टोर करें.

आम समस्याएं और उनके समाधान

मूली उगाने में कुछ सामान्य समस्याएं और उनके समाधान इस प्रकार हैं. अगर मूली की जड़ पतली रह जाती है, तो यह मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है. ऐसे में जैविक खाद या वर्मीकम्पोस्ट की मात्रा बढ़ाएं. पत्तों पर कीड़े लगने पर नीम का तेल या घर पर बना जैविक कीटनाशक छिड़कें. यदि फसल में दरारें आ रही हैं, तो यह अधिक पानी देने का परिणाम हो सकता है. सिंचाई की मात्रा संतुलित रखें और मिट्टी को बहुत अधिक गीला न होने दें.

मूली के उपयोग

मूली का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है, जिससे यह रसोई में एक बहुपयोगी सब्जी बनती है. इसे सलाद, पराठा, सब्जी या अचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जो हर व्यंजन को ताजगी और पौष्टिकता प्रदान करता है. मूली के पत्ते भी पोषण से भरपूर होते हैं और इन्हें साग के रूप में पकाकर खाया जा सकता है. यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि फाइबर, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. मूली और उसके पत्ते दोनों का उपयोग करना पूरी तरह से लाभकारी है.

 

English Summary: grow radish at home step by step full process
Published on: 15 January 2025, 11:51 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now